रवि गोहदपुरी की कविता -तेरी इस मासूमियत का तुझे क्या इनाम दूं
तेरी इस मासूमियत का
तुझे क्या इनाम दूं
दिल तोड़ के मेरा
तुझे कौन सा नाम दूं
तुझे बहुत से लोग बेवफा कहेंगे
पर मैं तुझे कौन सा नाम दूं
अपनों को छोड़कर जाओगी
तो लोग बेगाने कहेंगे
पर मैं तुझे कौन सा नाम दूं
सजा तो प्यार की मैं पा लूगाँ
पर लोग तो मुझे बेजान कहेंगे
पर मैं तुझे कौन सा नाम दूं
तेरी इस मासूमियत का
तुझे क्या इनाम दूं
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रवि गोहदपुरी
एम.ए.हिन्दी
जीवाजी विष्वविद्यालय ग्वालियर
गाँधी नगर वार्ड नं16
गोहद जिला-भिण्ड मध्यप्रदेश
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ईमेल - rpardesi6@gmail.com
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1 टिप्पणी "रवि गोहदपुरी की कविता -तेरी इस मासूमियत का तुझे क्या इनाम दूं"
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achchi rachna.
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