प्रतीक श्री अनुराग की कविताएँ व ग़ज़लें

SHARE:

1.   इतनी ज़ुर्रत कहाँ ग़ुलाम में है (ग़ज़ल) शहर हर शै से इंतकाम में है लोग बचने के इंतज़ाम में हैं एक दीवाना गिन रहा है हुज़ूम लोग मशग़ूल अप...

1.   इतनी ज़ुर्रत कहाँ ग़ुलाम में है (ग़ज़ल)


शहर हर शै से इंतकाम में है

लोग बचने के इंतज़ाम में हैं


एक दीवाना गिन रहा है हुज़ूम

लोग मशग़ूल अपने काम में है


कुछ लहू नफ़रतों से सींचा है

कुछ लहू रिसता हुआ इंज़माम में है


और क्या होगा सियासत का मज़ाक

एक बहरा भी इस कोहराम में है


आदमी को है आदमी का सुराग

आग फैली हुई आवाम में है


हर हंसी में है तगादे की बू

कर्ज़ की चोट हर सलाम में है


दिल में बैठा है मौत का अज़गर

वरना ये ज़िंदग़ी आराम में है


आपके होते हम भी मुस्काएं

इतनी ज़ुर्रत कहाँ ग़ुलाम में है



2.   हम अँधेरों के सताए हैं  (ग़ज़ल)

हम अँधेरों के सताए हैं

आज तिनकों में छुपाए हैं


कांपता जी है उनको सुनकर

रास्ते में वो अंतर्कथाएं हैं


पीठ पर हर शख़्स के है ज़ख़्म

तीर जो अपनों ने चलाए हैं


ज़हन में पलने लगे आसेब

हर तरफ़ मनहूस साए हैं


बंद गलियों में मत चलो यारों

आगे और भी संभावनाएं हैं


3.   अपना ज़मीर (ग़ज़ल)


हमसे पत्थर भी अग़र खोता है

मुद्दतों तक ज़मीर रोता है


हमने ख़्वाबों में घर लुटा डाला

ऐसे ख़्वाबों में कौन जीता है


रोज़ हम धूल पहन लेते हैं

रोज़ आईना हमें धोता है


अपने होने को है खुशी फ़िर भी

अपने होने पे ख़ौफ़ होता है


चोट खाकर जो बने हैं पूछो

रश्क़ क्या टूटने में होता है


4.   वर्जनाएं (ग़ज़ल)


हश्र बचपन के वर्जनाओं से लड़ते-लड़ते

फिर बची उम्र जटिलताओं से लड़ते-लड़ते


मुझसे पूछो मेरी कथा असहमतियों की

अंत होना था व्यवस्थाओं से लड़ते-लड़ते


आईना रखकर सच दूरियाँ कुछ तो कर लीं

कुछ अनायास आई निकटताओं से लड़ते-लड़ते


मर न जाता 'ग़र घायल न जो हुआ होता

सीख पाया न जीना घावों से लड़ते-लड़ते


5.    आईना पलटके देख (ग़ज़ल)


झुठलाते हुए सच के किस्से कपट के देख

हर आईने के पीछे आईना पलट के देख


अख़बारों की नक्काशियाँ कर देंगी नज़रअंदाज़

भींगे हुए लहू से ये पन्ने रपट के देख


पाई हैं उन्होंने जो मशक्कत की नेमते

मिलती है क्या तुझे भी ज़िंदग़ी में खट के देख


उनके भी हैं दो हाथ औ' तेरे भी हैं दो हाथ

आ ज़ंग में इस बार ज़रा तूं भी डट के देख


नेपथ्य में रखा गया है तुझको इसीलिए

कुछ इनकी अदावत औ' कुछ उनके घट के देख


चलकर कि किनारों से अब आएं हैं लहर में

खाती है कैसे नाव सियासी झटके देख


नक्शे में कल जहाँ थे हम हैं अब भी वहीं पर

जाते हैं कितनी दूर तक ये लोग भटक के देख


सुनते थे कि जनता को न छुए है सती की आँच

चमके हुए हैं वे तो उसी से लिपट के देख


6.   चौक-रास्ते स्याह हुए  (नवगीत)

दिन पर कैसा जाला छाया

चौक-रास्ते स्याह हुए

वे जिनको चलना था आगे

पहले ही ग़ुमराह हुए


तूफ़ानों से लड़ने का

देखो! अंज़ाम मिला लोगों

जितनी जर्ज़र नाव हुई

उतने हम बेथाह हुए


जंज़ीरों में कसी ज़िंदग़ी

गर्क हुई फूलों की चाह

हम वादों के दश्त में भटके

और वहीं तबाह हुए


कल न झुके थे हम तो

पत्थर माथे से टकराए थे

आज झुका है घायल माथा

पत्थर वे दरग़ाह हुए


हमको शाप मिली हैं

राहें ही राहों के बाद

और जो थे साथी मंजिल पर

अपनी-अपनी राह हुए



7.   यह कैसा अनुवर्तन?

माँ ने कहा था

'चलते, चलते ही जाना

कांटों से होकर क्षितिज के पार

जहाँ मिलेगा तुम्हें फूलों का मखमली सेज'


माँ ने कहा था

'चीरकर निकल जाना

प्रलयंकारी लहरों के पार

वहीं मिलेगा तुमको श्रांत तीर'


माँ ने कहा था

'चढ़ते ही जाना

ऊबड़-खाबड़ टेढ़े-मेढ़े पथरीले

पर्वत-शृंगों के प्रांशु शिखरों के पार

मिलेगा तुमको ऊर्ध्वगत आरामग़ाह'

फिर, आह्वान किया था माँ ने मुझसे

'कि कूद जाना आग की ज्वाल लपटों में

मिलेगा तुमको जीवन का शीतोष्ण स्पंदन...'


मैंने वैसा ही किया जैसा माँ ने कहा था

चलता गया कांटों पर अनंतर मैं!

अनवरत शूल भेंदते रहे

मेरी शरीरात्मा को,

उफ़्फ़ तक नहीं किया

और चलता रहा

अविराम-अथक!

और मैं भीष्म बन गया


मैंने ठीक वैसा ही किया

जैसा माँ ने कहा था

अदम्य-अबाध लड़ता रहा

भीषण लहरों के थपेड़ों से,

एक योद्धा की भाँति


संघर्ष चलता रहा मेरा

लहरों के बाहर

लहरों के अंदर

और पलभर को नहीं रुकने दी

संघर्ष की गति

इस संकल्प के साथ

कि रहूंगा अटल

बन ही जाऊंगा अजेय

क्योंकि माँ ने कहा था,

पर, यह क्या

मैं तो भँवर बन गया


रुकना नहीं था स्वीकार्य

और मैं चढ़ता गया-

हिमाद्रितुंगवेणि शृंगों पर निष्कंटक

असंख्य क्रीट-शंख-वलय चुभते गए मेरे ज़िस्म में

तो भी बढ़ता रहा, चढ़ता रहा मैं

निडर! निर्विकल्प!! करिष्यमणि!!!

और मैं देवदार बन गया


मैं ठीक वैसा ही करता रहा

जैसा माँ ने कहा था,

आग के वलयाकार-सर्पाकार लपटों की ओर

बढ़ता गया क्षण-प्रति क्षण

अनगिनत ज्वाल लपटों को रोकता रहा

अपनी वल्गा से

उनके साथ तांडवरत रहा,

हाँ, जलता रहा तो क्या

माँ ने ही तो कहा था

फिर मैं अडिग और अमर्त्य रहा

और मैं चिता बन गया


8.   तुम आए ऐसे

ईप्सित-तृषित

इस जीवन में तुम आए

बनकर गुलमुहर-बेल

आई सुगंध निर्निमेष

शमित हुए सारे-द्वंद्व-प्रतिद्वंद्व

मिला भावों को रस-छंद

मन हुआ अकिंचित शांत-निश्छल

सार्थक हुई अकिंचन की प्रतीक्षा


हम अनंग

रहे अभिशप्त-उपेक्षित

पीड़ित-अवगुंठित

हाँ, भष्मित और कुपित भी


पर, तुम आए ऐसे

मिला सब कुछ जैसे

तब हम हो गए निवेदनरत कि--

हमें रूप दो !

हमें रंग दो !!
             हमें प्राण दो !!!  

9.   मेरे प्रियवर

आज अमावस के अंधकार में

नहीं सूझेगा हाथ को हाथ

और खोएगा पथ

भटककर जाऊंगा कहाँ

शायद जहाँ जाऊँ

हो जाएगा श्मशान वह

भुतहा और भयावह...


जीना है अब भी वर्षों

कर्तव्यबोध में

क्योंकि अब भी शेष हैं कर्तव्य मेरे

पर, श्रेय नहीं किसी बात का मुझे

और श्रेय नहीं है

मरने की कलुषित इच्छा का भी

भले ही जीवन दूषित हो

यह आराम हराम है

ठहरना व्यर्थ है कहीं

अब देर मत करो

चलते ही चलो

ओ मेरे प्रियवर !


10.   यादों की संदली महक

तोड़कर सब बंधन

चल पड़े थे तुम पल-छिन!

नहीं पूछोगे क्या गुजरी थी

मुझ पर उस दिन


निर्झर झर-झर झरता

तुम्हारा अश्रुजल

छुआ था मैंने मन की आँखों से

देखा था मैंने अपनी हथेलियों से

पर, समय के कुछ कदम आगे जाते ही

यह क्या हो गया

उफ़्फ़ ! क्या हो गया

अब, कैसे कह दूं कि

वे मेरे अपने हैं

जिन्हें संजोए रखता हूँ

दिन-रात सुबह-शाम

मंदिर में चढ़े फूल की

संदली महक-सी

उर के अंदर


कभी-कभी होता है

मुझे ऐसा अहसास कि

भटक रहा है मेरा बावरा मन

कब से तुम्हारे आस-पास

तब, क्यों अपना-सा लगने लगता हूँ

ख्यालों में आबद्ध कर तुमको अनायास

और उस सुखानुभूति में

ओढ़ लेता हूँ चँदहली चादर

तुम्हारी यादों की बिंदास,

तुम्हारे पास आकर

तुम्हें भर-बटोरने की

कोशिश करने लगता हूँ

हाँ, अंजुरी में भर लेना चाहता हूँ

तुम्हारी भावनाएं और विश्वास

गंगाजल की
पावन अर्ध्य की तरह

---


जीवन चरित

(और उपलब्धियों/विभिन्न गतिविधियों का विवरण)

नाम: प्रतीक श्री अनुराग

जन्म-तिथि : 30-10-1978

पिता : (स्वर्गीय)श्री एल0 पी0 श्रीवास्तव (सेवा-निवृत प्रधानाचार्य)

माता : (स्वर्गीया) श्रीमती विद्या श्रीवास्तव



शैक्षिक योग्यता : एम.. (अंग्रेज़ी साहित्य), काशी हिंदू विश्वविद्यालय,

वाराणसी (उ0प्र0)

अनुभव : पत्र-पत्रिकाओं में लेखन, संपादन, प्रकाशन आदि का दीर्घकालीन अनुभव

पुस्तकें : “चलो, रेत निचोड़ी जाए” (डॉ. मनोज मोक्षेंद्र के संपादन में प्रकाशित कविताएं)

(क): वाराणसी टाइम्स में भूतपूर्व सह-संपादक;

(ख): वाराणसी टाइम्स, जनवार्ता, गाण्डीव एवं भारतदूत आदि दैनिक पत्रों में संपादकीय अंश और मुख्य संपादकीय लेखों का लेखन;

(ग): हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, आज, राष्ट्रीय सहारा, गाण्डीव, एवं जनवार्ता के साहित्यिक परिशिष्टों के लिए कविता, कहानी, निबंध, व्यंग्य आदि का लेखन;

(घ): नवभारत के 'एकदा' स्तंभ हेतु लेखन;

(ङ): विभिन्न दैनिक पत्रों के लिए संवाद-लेखन तथा समय-समय पर विशेष संवाददाता के रूप में महत्त्वपूर्ण समाचार तैयार करना और उनका तत्वर प्रकाशन;

(च): अंग्रेज़ी अख़बारों और ख़ासतौर से नार्दर्न इंडिया पत्रिका के लिए एजूकेशन कवरेज़

(छ): 'बिहारी ख़बर' (राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र) के लिए नियमित लेखन;

(ज): 'बिहारी ख़बर' के ब्यूरो प्रमुख रहे;

(झ): मासिक राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पत्रिका--'वी विटनेस' का स्वयं के स्वामित्व में नियमित प्रकाशन;

संप्रति : स्वयं के स्वामित्व में राष्ट्रीय पत्रिका--'वी विटनेस' के प्रधान संपादक

सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक आदि क्षेत्रों में सक्रियता संबंधी अनुभव का ब्योरा

(i) वाराणसी के अनेक साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थाओं की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी तथा इन विषयों पर आयोजित गोष्ठियों, बैठकों, सम्मेलनों और सेमीनारों में कार्यक्रमों का संचालन, निर्देशन, दिग्दर्शन तथा कार्यक्रमों की कार्यसूचियां एवं कार्यवृत्त तैयार करना;

(ii) व्यापक स्तर पर कवि गोष्ठियों/कवि सम्मेलनों/मेहफ़िले मुशायरों में काव्य पाठ;

(iii) विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक आदि मंचों का संयोजन;

(iv) सामाजिक उन्नयन के लिए विद्याश्री फाउंडेशन की स्थापना एवं संचालन;

(v) शैक्षिक/शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्था--'पगडंडियाँ' की स्थापना एवं संचालन;

(vi) राष्ट्रीय स्तर पर साहित्यिक, सामाजिक, राजनीतिक आदि ग्रंथों के प्रकाशन हेतु विद्याश्री पब्लिकेशन्स की स्थापना और संचालन; इस बाबत पांडुलिपियों का संपादन;

(vii) समाज के सारभूत उन्नयन में समग्र भागीदारी हेतु राष्ट्रीय मंच--राष्ट्रीय समाज कल्याण परिषद का संचालन;

(viii) माइनॅारिटी एजूकेशन एण्ड वेलफ़ेयर सोसायटी, वाराणसी की स्थापना और संचालन।

(xi) सदस्य हैं/रहे : 1. बर्टेड रसेल सोसायटी, अमरीका, 2. रसराज; 3. अभिमत; 4. टेम्पुल आफ़ अंडरस्टैंडिंग, 5. कृतिकार, 6.कहानीकार और 7. सद्भावनापीठ।

(प्रतीक श्री अनुराग)

संपर्क सूत्र :

प्रतीक श्री अनुराग

(पत्रकार, लेखक एवं समाज सुधारक)

द्वारा डॉ मनोज श्रीवास्तव "मोक्षेंद्र",

सी66, विद्या विहार, नई पंचवटी, जी टी रोड,

ग़ाज़ियाबाद, उ प्र

पिन कोड--201001

इ-मेल पता wewitnesshindimag@gmail.com

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: प्रतीक श्री अनुराग की कविताएँ व ग़ज़लें
प्रतीक श्री अनुराग की कविताएँ व ग़ज़लें
https://4.bp.blogspot.com/-s4xN2H5CptQ/W8YRayeluJI/AAAAAAABEuw/pyqtx9GSP4IscTgmc3tB-fNf7cp6tQqfgCLcBGAs/s200/prateek%2Banurag.png
https://4.bp.blogspot.com/-s4xN2H5CptQ/W8YRayeluJI/AAAAAAABEuw/pyqtx9GSP4IscTgmc3tB-fNf7cp6tQqfgCLcBGAs/s72-c/prateek%2Banurag.png
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2018/10/blog-post_17.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2018/10/blog-post_17.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content