चुनावी घोषणा पत्र—वादे , इरादे या जुमले यशवंत कोठारी

SHARE:

अगली लोकसभा के लिए सदस्यों के चुनाव का काम जारी है , चुनावों के बाद सरकार या तो कांग्रेस नीत गठबंधन की बनेगी या फिर वर्तमान गठबंधन सरकार ही ...

अगली लोकसभा के लिए सदस्यों के चुनाव का काम जारी है , चुनावों के बाद सरकार या तो कांग्रेस नीत गठबंधन की बनेगी या फिर वर्तमान गठबंधन सरकार ही सरकार चलाएगी. एक तीसरा विकल्प ये हो सकता है की ये दोनों प्रमुख दल सत्ता के लिए एक सरकार को बाहर से समर्थन दे. बहरहाल दो बड़ी पार्टियों के मेनिफेस्टो ही देश की अगली सरकार के लिए दिशा निर्देश तय करेंगे. दोनों बड़ी पार्टियों के चुनावी घोषणा पत्र आ गये हैं. उन पर एक विहंगम दृष्टि डाल कर देश की भावी दशा और दिशा पर विचार किया जा सकता है.

कांग्रेस  का चुनावी घोषणापत्र पहले आया है इसलिए इसी पर पहले विचारे. चुनावी घोषणापत्र समिति के लेखक चिदम्बरम साहब स्वयं लेखक भी है. लेकिन इस मसौदे पर अमर्त्य सेन के विचारों की छाप है. उनकी अपनी अर्थशास्त्रीय थ्योरी है जिसे वे देश के लिए जरूरी मानते हैं . घोषणापत्र में इंदिराजी के नारे –गरीबी हटाओ को नए सिरे से परिभाषित करने का प्रयास है. कही कही नेहरुजी के समाजवादी मॉडल का भी सहारा लिया गया है. कांग्रेस ने हम निबाहेंगे- वी विल डेलिवर के नाम से घोषणापत्र जारी किया है . सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है शिक्षा पर जी डी पी का 6 प्रतिशत खर्चा. किसानों के लिए अलग बजट , खाली पड़े पदों को भरने के लिए ३१ मार्च २०२० की डेड लाइन दी गयी है. कांग्रेस न्यूनतम आय गारंटी भी देती है गरीबों के खाते में ७२००० रूपये प्रति वर्ष डाले जायेंगे. कांग्रेस ने इसका नाम न्याय योजना रखा है . घोषणापत्र का कवर सोनियाजी को पसंद नहीं आया , राहुल के छोटे फोटो से भी वे असहज दिखी. लेकिन कंटेंट्स की तारीफ की. मोदीजी ने इसे झूठ का पुलिंदा ढकोसला पत्र बताया . राहुल ने नया नारा दिया-गरीबी पर वार ७२ हज़ार . राहुल गांधी ने कहा कि देश में 22 लाख सरकारी पद ख़ाली पड़े हैं और कांग्रेस उन्हें जल्द से जल्द भरने की कोशिश करेगी. यह घोषणापत्र स्वास्थ्य व् सामाजिक न्याय की बात करता है. कांग्रेस अफपसा को हटाने की बात करती है . कांग्रेस ने युवाओं , किसानों मजदूरों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया है. कांग्रेस ने चुनाव में धनबल पर भी अंकुश लगाने की बात कही है. स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाया जायगा, सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार किया जायगा. कांग्रेस राज द्रोह की धारा से भी मुक्त करने की बात करती है, अभिव्यक्ति की आज़ादी की भी तरफदारी करती है लेकिन यह सब सरकार में आने के बाद किसे याद रहेंगे ?

यदि २२ लाख जॉब्स मिलते हैं तो अच्छी बात है लेकिन कहीं यह खर्च जनता पर अनावश्यक बोझ न बन जाये, इस और भी ध्यान दिया जाना चाहिए. . धारा ३७० पर भी कांग्रेस ने अपना रुख साफ किया है. राज द्रोह की धारा को भी ख़तम किया जायगा. राजद्रोह व् राष्ट्र- द्रोह याने देश द्रोह के फर्क को समझा जाना चाहिए.

कांग्रेस गरीब व् गरीबों के प्रति अपनी लड़ाई जारी रखने की बात करती है. आम आदमी व किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस कर्ज माफ़ी की बात करती है , यह एक सपोर्ट है जो किसान को मिलना चाहिए यह सलूशन नहीं हैं कांग्रेस इसे मानती भी है. २५ करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकलने का कांग्रेस का वादा सही दिशा में एक कदम होगा. पर्यावरण की भी चर्चा है. महिलाओं को तैंतीस प्रतिशत आरक्षण की बात कही है. रक्षा, आंतरिक सुरक्षा पर पूरा ध्यान देने की बात भी की है. साहित्य संस्कृति कला पर भी दो पैरा लिखे गए हैं , जिनका स्वागत किया जाना चाहिए. यहाँ विचार है और राहुल उसे पूरा करने की नियत के साथ आगे बढ़ते दीखते हैं वे बीजेपी का इंतजार नहीं करते . वे अपने अजेंडा पर चलना चाहते हैं. कांग्रेस नगरों का मेयर खुद चुनने की बात भी करती है जो एक दूरगामी कदम साबित होगा. ऐसा पिछली कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में किया भी था. पार्टी युवा, महिला, अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी , गरीब आम आदमी , किसान, मीडिया , बौद्धिक संपदा आदि समूहों पर ध्यान देने की बात करती है. विचारधाराओं के टकराव के साथ साथ व्यक्ति व्यक्ति से भी टकराएगा, और यही पर चुनावी वादों को परखा जायगा. वादे कब जुमले बन जाते हैं पता ही नहीं चलता. गठबंधन सरकारों के घटक दल कोमन मिनिमम प्रोग्राम से सरकारें चलाते हैं.

विचारों की यह टकराहट कटुता को जन्म देती हैं मगर अच्छी बात ये है की चुनाव ख़त्म बातें ख़त्म. कांग्रेस के पास अच्छे वक्ता नहीं है, पैसे की भी कमी है आई टी सेल कमज़ोर है और सबसे बड़ी बात केडर बेस्ड पार्टी नहीं है वो अपनी अच्छी बात भी निचले स्तर नहीं पहुंचा पाती, दूसरी और भाजपा एक केडर बेस्ड पार्टी है और सबसे निचले स्तर के कार्यकर्त्ता तक सीधी पहुंचती है. भाजपा का आईटी सेल बहुत मज़बूत है. वैसे हर पार्टी को पार्टी वाले ही हराते हैं. नोट बंदी और जी एस टी का जिन्न भी बार बार बोतल से निकल कर आ जाता है.

आइये भाजपा जो इस समय सत्ता में हैं अपने घोषणापत्र में क्या कहती है?

सत्ताधारी दल तो अपनी नीतियों को ही दोहराता हैं या फिर आंकडे पेश करता है. सत्ता में बने रहने के लिए पूरी कोशिश की जानी चाहिए. पिछली बार घोषणापत्र चुनाव से एक दिन पहले आया था . इस बार 8 अप्रैल सोमवार को आया, पार्टी ने घोषणापत्र का नाम संकल्प पत्र रखा है याने पार्टी यदि सत्ता में आती है तो अपने संकल्पों को पूरा करेगी. घोषणापत्र राजनाथ सिंह जी ने बनाया है.

भाजपा ने अपने घोषणापत्र को संकल्प –पत्र कहा है , कवर पर केवल मोदी जी का चित्र है, कांग्रेस ने इसे झांसा पत्र कहा है. पार्टी ने ७५ संकल्प तय किये हैं . किसानों को ब्याज मुक्त ऋण दिया जायगा. राम मंदिर का हल संविधान के दायरे में ढूंढा जायगा. राष्टवाद पर जोर दिया गया है. गाय का कोई जिक्र नहीं है. कश्मीर निति पर पार्टी अपने पुराने रुख पर कायम है. किसानों की आय को २०२२ तक दोगुना करने का वादा है. छोटे किसानों को पेंशन दी जायगी ऐसा वादा पार्टी करती है. युवाओं को नए रोज़गार दिए जाने के लिए योजनायें बनाई जायगी. महिलाओं को आगे लाने केलिए ३३ प्रतिशत आरक्षण दिया जाने बात पार्टी करती है. व्यापारियों के लिए एक आयोग बनाने की भी मंशा पार्टी ने जाहिर की है. पार्टी के कवर या बेक कवर पर आडवानी, मुरलीमनोहर जोशी जैसे नेताओं के चित्र नहीं है. राष्ट्रवाद , अन्त्योदय व् सुशासन के नारे के साथ पार्टी चुनाव में जा रही है, मोदी है तो मुमकिन है भी एक अन्य नारा है. पार्टी सीधे नौकरी की बात नहीं करती रोज़गार के लिए कोई खास बात भी पार्टी नहीं करती, पार्टी मजदूरों व् आम गरीब के लिए कोई ठोस योजना नहीं बताती. नए कालेज , संस्थान खोले जायेंगे, मगर बजट की कोई बात नहीं, बीमे से इलाज होगा मगर क्या एसा हो पायगा?आतंकवाद व् सुरक्षा पर काफी विचार है यह एक आवश्यक बिंदु है. पार्टी शिक्षा पर खर्च को बढाने की भी बात नहीं करती. साहित्य कला संस्कृति पर भी कोई बात नहीं की गयी है. जल शक्ति मंत्रालय बनाया जायगा, लेकिन गंगा मंत्रालय से क्या फायदा हुआ? पार्टी समावेशी विकास की बात करती हैं पार्टी योग, भारतीय संस्कृति के लिए भी काम करेगी. पार्टी किन्नरों के लिए भी योजना लाएगी. हर घर तक नल से पानी पहुंचने की भी बात है. पार्टी एक नए और सशक्त भारत की बात करती है. स्वास्थ्य में भी सरकार प्रति ११०० लोगों पर एक डाक्टर की योजना पर काम करने का वादा करती है. पार्टी नोट बंदी, जी एस टी , काले धन पर कोई बात नहीं करती . पार्टी विदेशी छात्रों को भारत में पढ़ने को प्रेरित करने का वादा करती है, छोटे दुकानदारों को भी पेंशन देने का वादा है.

दोनों बड़ी पार्टियाँ ही अगले पांच साल तक चलने वाली सरकार का रास्ता तय करेगी. सत्ता धारी दल आत्म विश्वास के साथ मैदान में है , उसके पास केडर है जो हर बात को सही जगह पहुंचा सकती हैं . वक्ता है और सत्ता है, दूसरी तरफ कांग्रेस है जो धीरे धीरे अपने पांव जमा रही है, क्षेत्रीय दल है जो अपने शर्तों पर समर्थन देते या लेते हैं यही प्रजातंत्र का असली रूप है. घोषणाओं को ज्यादा तवज्जो न दे . ये तो सब ऐसे ही चलता है.

अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के भी घोषणापत्र आये हैं वे अपने क्षेत्र तक सीमित होते हैं लेकिन गठबंधन की स्थिति में महत्त्वपूर्ण रोल अदा करते हैं , लेकिन ये पार्टियाँ अपने क्षेत्र के विकास या विशेष राज्य का दर्जा ही मांगती हैं मुख्य पार्टी इस और ज्यादा ध्यान नहीं देती. समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा है की अमीर और ज्यादा अमीर और गरीब और ज्यादा गरीब हो गया है , इस खाई को पाटने की जरूरत है. वे लोग राम मनोहर लोहिया को याद करते हैं मगर वे अपने दम पर दिल्ली में सरकार नहीं बना सकते. मुलायम सिंह ने तो लोकसभा के अंतिम सत्र में इस बात को स्वीकार भी कर लिया था. अन्य दलों के घोषणा पत्र ऐसा कुछ नहीं कहते की देश को किस दिशा में ले जाया जाना चाहिए. चुनाव धन बल से ही जीते जायेंगे. ममताजी व् कांग्रेस ने सत्ता में आने पर नोटबंदी की जाँच की बात की है. अन्य दल व निर्दलीय तक अपने घोषणापत्र देते हैं मगर कोई मायने नहीं रखते. एक ही बात की वोट जरूर दे, प्रजा तंत्र को बनाये रखना हम सब की जिम्मेदारी है. इन वादों को सब भूल जायेंगे जो आयेंगे वे भी और जो जायेंगे वे भी.

००००००००००००००००००००००००००००

यशवंत कोठारी ८६, लक्ष्मी नगर ब्रह्मपुरी बाहर , जयपुर-३०२००२

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: चुनावी घोषणा पत्र—वादे , इरादे या जुमले यशवंत कोठारी
चुनावी घोषणा पत्र—वादे , इरादे या जुमले यशवंत कोठारी
https://lh3.googleusercontent.com/-3lmKcMVBR1Q/WL6TGVzUZXI/AAAAAAAA3O0/SmiW4Qh-xyY/image_thumb%25255B4%25255D.png?imgmax=200
https://lh3.googleusercontent.com/-3lmKcMVBR1Q/WL6TGVzUZXI/AAAAAAAA3O0/SmiW4Qh-xyY/s72-c/image_thumb%25255B4%25255D.png?imgmax=200
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2019/04/blog-post_11.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2019/04/blog-post_11.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content