tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post1484046593154320022..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: कैस जौनपुरी की ग़ज़ल : आज मैं खुद को सताना चाहता हूँ...रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-52417064045023647602011-08-29T10:35:05.477+05:302011-08-29T10:35:05.477+05:30नही जानती गजल किसे कहते या गीत क्या होता है?शब्दों...नही जानती गजल किसे कहते या गीत क्या होता है?शब्दों,नियमों में नही भावों में डूबना सीखा है और.........जब भी कुछ पद्धति हूँ वो ही करती हूँ.बहुत खूबसूरत ...मन की बात आपकी नही मेरी है.यही सब मैं साधारण शब्दों में कहती हूँ अक्सर मिलने वालों से हा हा हा दोस्तों और रिश्तेदारों से .आपने उसे गजल के रूप में ढाला है या .....गीत के रूप में.<br />पर....सचमुच अच्छी लगी.श्री कृष्ण कुमार जी ने जो बात कही उसे जरा अच्छी तरह भी कहा जा सकता था.फिर भी..........कुछ सीखने से यदि लेखन में निखार आता है तो कोई बुराई नही. आखिर कमेन्ट का ओप्शन हमने रखा भी तो इसीलिए है न?इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-56727566777309484152011-08-28T14:58:54.936+05:302011-08-28T14:58:54.936+05:30Thanks QaisThanks Qaiskanhahttps://www.blogger.com/profile/12786522513853194026noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-26932529921258797732011-08-27T21:46:21.290+05:302011-08-27T21:46:21.290+05:30मेरे आदरणीय भाई कैस जौनपुरी साहब, प्लीज़ बुरा न मान...मेरे आदरणीय भाई कैस जौनपुरी साहब, प्लीज़ बुरा न मानिये, ग़ज़ल के अलावा कोई और विधा अपना लें तो अच्छा है। शायद ये आपके लिये नहीं बनी है। एक भी शेर छंद में नहीं है। अफ़सोस हो रहा है। सालभर इंतज़ार कीजिये, किसी अच्छे शायर को उस्ताद बनाइये, तब ग़ज़ल कहियेगा। मुआफ़ करना भाई। - कृष्णकुमार ‘नाज़’Krishna Kumar Naazhttps://www.blogger.com/profile/16469656260588759507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-18992116620773022011-08-27T19:43:29.260+05:302011-08-27T19:43:29.260+05:30bahar se khariz hai poori gazal ye,
main bhi itana...bahar se khariz hai poori gazal ye,<br />main bhi itana batana chahata hoon.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-69436924243253715602011-08-25T19:49:30.321+05:302011-08-25T19:49:30.321+05:30दिल पर करारी चोट करने वाली गज़ल.दिल पर करारी चोट करने वाली गज़ल.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.com