tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post18753718884396772..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: विज्ञान कथा / छोटे साहब / डॉ. राजीव रंजन उपाध्यायरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-14982377040367783042021-12-23T08:54:28.628+05:302021-12-23T08:54:28.628+05:30वाह, मोबाइल को अंततोगत्वा छोटे साहब में ही बदल जान...वाह, मोबाइल को अंततोगत्वा छोटे साहब में ही बदल जाना है. और मानव एक दिन इसी परतंत्रता में रहने का आदी हो जाएगा... बल्कि काफी हद तक हो भी चुका है... बेहतरीन कथा...manranjanhttps://www.blogger.com/profile/14893998824517305452noreply@blogger.com