tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post2297360147124960087..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: बशर नवाज की नज्म - मुझे जीना नहीं आतारवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-53893352528269243432013-05-16T09:13:34.871+05:302013-05-16T09:13:34.871+05:30कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण बनाने की क...कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण बनाने की क्षमता है इसी में उसकी सफलता साबित होती है। मूल्यवान टिप्पणी के लिए आभार।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-70552132840758755772013-05-16T09:08:59.665+05:302013-05-16T09:08:59.665+05:30कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण बनाने की क...कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण बनाने की क्षमता है इसी में उसकी सफलता साबित होती है। मूल्यवान टिप्पणी के लिए आभार।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-82900432517576200322013-05-13T22:23:50.928+05:302013-05-13T22:23:50.928+05:30कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण लगी पढ कर ...कविता जी बशर नवाज की नज्म आपको भावपूर्ण लगी पढ कर अच्छा लगा। अनुवाद करना सार्थक होने का एहसास भी हो गया।। साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-78216672638525976542013-05-07T23:22:38.961+05:302013-05-07T23:22:38.961+05:30behad bhaavpoorn nazm ..sajha karne ka shukriya......behad bhaavpoorn nazm ..sajha karne ka shukriya...kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-14490352806771642832013-05-07T21:25:34.457+05:302013-05-07T21:25:34.457+05:30दिंगबर नासवा जी नज्म आपको पसंद आई,आभार। आपके कहेनु...दिंगबर नासवा जी नज्म आपको पसंद आई,आभार। आपके कहेनुसर बशरसाहब ने असल जिंदगी का आनंद उठाया है।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-2559267595094201482013-05-06T13:22:02.115+05:302013-05-06T13:22:02.115+05:30लोग कहते हैं तो कहते रहें ... जीवन का असल आनद तो ज...लोग कहते हैं तो कहते रहें ... जीवन का असल आनद तो जी लिया बशर साहब ...<br />बहुत ही संवेदनशील नज़्म है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-41152978233317488862013-05-05T11:33:53.664+05:302013-05-05T11:33:53.664+05:30बिल्कुल विकास जी आपने सही लिखा है मानवी संवेदना के...बिल्कुल विकास जी आपने सही लिखा है मानवी संवेदना के बारिक रेशों की पडताल बशर नवाज जी ने की है।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-76909751879972236002013-05-05T11:32:08.787+05:302013-05-05T11:32:08.787+05:30रंजना जी नज्म के मूल अर्थ तक आप पुंचकर उसका आनंद उ...रंजना जी नज्म के मूल अर्थ तक आप पुंचकर उसका आनंद उठा रही हैं, आभार।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-57836689203930405662013-05-05T11:30:40.415+05:302013-05-05T11:30:40.415+05:30अपर्ना जी नज्म पसंद आई, धन्यवाद। आपके पास आगे और स...अपर्ना जी नज्म पसंद आई, धन्यवाद। आपके पास आगे और साहित्य पहुंचाते खुशी होगी।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-58435075320641450682013-05-04T15:58:39.945+05:302013-05-04T15:58:39.945+05:30so so haiso so haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06647388100184270790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-67410789705466496502013-05-02T15:52:22.031+05:302013-05-02T15:52:22.031+05:30संवेदना की तंतुपरक पड़ताल करती है ये पंक्तियां। संवेदना की तंतुपरक पड़ताल करती है ये पंक्तियां। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-431510021587793462013-05-01T15:22:58.338+05:302013-05-01T15:22:58.338+05:30मैं फिर से गिन्दगी जीने के अरमानों में
एक एक रेसे...मैं फिर से गिन्दगी जीने के अरमानों में <br />एक एक रेसे को चुनता हूँ, सजाता हूँ, नई मूरत बनाता हूँ. बहुत अच्छी कविता.... धन्यवाद विजय जी .<br />Ranjana vermahttps://www.blogger.com/profile/18228698425578643882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-40148152498994135842013-05-01T14:12:29.006+05:302013-05-01T14:12:29.006+05:30bahut bahut dhanyavad itne sundar post ke liye
saa...bahut bahut dhanyavad itne sundar post ke liye<br />saadar<br />aparna<br />http://boseaparna.blogspot.in/Aparna Bosehttps://www.blogger.com/profile/04096135756564696287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-42804592693124159932013-05-01T11:07:20.703+05:302013-05-01T11:07:20.703+05:30डॉ.निशा जी आपको बशर नवाज जी की नज्म पसंद आई,धन्यवा...डॉ.निशा जी आपको बशर नवाज जी की नज्म पसंद आई,धन्यवाद।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-14585602725350674232013-05-01T11:06:01.520+05:302013-05-01T11:06:01.520+05:30सफल जिंदगी जीने वालों की यहीं तो खासियत होती है कि...सफल जिंदगी जीने वालों की यहीं तो खासियत होती है कि उनके पैर जमीन पर रहते हैं। सफलता की डिंग हांकने की जरूरत होती नहीं है। अमरिता जी आपने सही पहचाना ऐसे वहीं लिख सकता है जो सफलता के साथ जी चुका होता है। बशर नवाज जी के प्रति औरंगाबाद वासियों का प्यार उनकी सफल जिंदगी का द्योतक है।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-45700842768466350532013-05-01T11:01:36.272+05:302013-05-01T11:01:36.272+05:30शायद आप लेखक परिचय के साथ जोडे कुछ वाक्यों के संदर...शायद आप लेखक परिचय के साथ जोडे कुछ वाक्यों के संदर्भ में कह रहे हैं बजरंग यादव जी। आपको परिचय स्वरूप लिखना अच्छा लगा इसका अर्थ है हमारे देश का भविष्य अच्छा है जो विविध धर्मों को बडे प्यार से एक-दूसरे के साथ जोड रखा है।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-70127730282239238422013-05-01T10:57:36.124+05:302013-05-01T10:57:36.124+05:30भावना जी अनुवादित नज्म पसंद आई, आभार। बशर नवाज जी ...भावना जी अनुवादित नज्म पसंद आई, आभार। बशर नवाज जी की एक अच्छी रचना आप तक पहुंचाने का आनंद मिल रहा है।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-65285695211860435922013-04-30T21:01:42.693+05:302013-04-30T21:01:42.693+05:30bahut accha laga ...bshar sahab ke njm ko padhkar ...bahut accha laga ...bshar sahab ke njm ko padhkar ........dhanyvad vijay jee ...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-28376281097987531432013-04-30T18:27:12.912+05:302013-04-30T18:27:12.912+05:30रेशे-रेशे में बुनी नज़्म तो कहती है कि जीना नहीं आ...रेशे-रेशे में बुनी नज़्म तो कहती है कि जीना नहीं आता ..हाँ! वे ही कहते होंगे जिन्हें सही में जीना आता होगा . बहुत पसंद आई..आर्दिक आभार..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-17728885214867717732013-04-30T17:09:42.361+05:302013-04-30T17:09:42.361+05:30रविशंकर जी बशर नवाज की अनुदित नज्म हिंदी पाठकों के...रविशंकर जी बशर नवाज की अनुदित नज्म हिंदी पाठकों के लिए उपलब्ध करवाई, आभार। मैं यहां बशर नावाज के बारे में संक्षिप्त परिचय दे रहां हूं। बशर नवाज औरंगाबाद महाराष्ट्र में रहते हैं। प्रसिद्ध उर्दू शायरों में इनका नामोल्लेख होता है। औरगाबाद की भूमि मराठी साहित्य लेखन के लिए उर्वर है पर यहां सालों मुघलों का शासन रहा तबसे उर्दू का भी प्रचलन रहा। दख्खिनी हिंदी का केंद्र भी रहा। इतिहास में जो था वह था पर इस शहर में हिंदू-मुसलमान दोनों संप्रदाय प्रेम और सम्मान के साथ रहते हैं। बशर नवाज जी अब उम्र के ढलान पर है पर इस शहर का साहित्य प्रेमी इनके नज्मों को सर-आंखों पर रखता है। फिल्मों के भीतर भी इनकी नज्मों को गाया गया है। औरंगाबाद वासियों का इन पर असिम प्रेम है, उसी के फलस्वरूप इनके जीवन पर केंद्रित 'बशर नवाजः ख्वाब जिंदगी और मैं' जैसा लघुपट बनाया गया। आशा है हिंदी पाठकों के लिए 'मुझे जीना नहीं आता' नज्म पसंद आएगी।साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदेhttps://www.blogger.com/profile/18249451298672443313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-3503025106759846172013-04-30T10:08:58.142+05:302013-04-30T10:08:58.142+05:30doctor sahab kya khub likhi hai aapne.. doctor sahab kya khub likhi hai aapne.. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04074701675745647778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-86210544452582670672013-04-29T18:36:27.155+05:302013-04-29T18:36:27.155+05:30bahut sundar NAZM ........ANUWAADAK KO BADHAI ...A...bahut sundar NAZM ........ANUWAADAK KO BADHAI ...ACHCHHI RACHNAA KE LIYE .............!!<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16376613957632735653noreply@blogger.com