tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post2541248055416905787..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: कहानी संग्रह - इक्कीसवीं सदी की चुनिंदा दहेज कथाएँ - (3) वैधव्य नहीं बिकेगारवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-33187366672156876442011-05-31T15:56:17.720+05:302011-05-31T15:56:17.720+05:30दहेज विषयक ऐसा कहानी संग्रह अदभुत और सम्भवत: हिन्...दहेज विषयक ऐसा कहानी संग्रह अदभुत और सम्भवत: हिन्दी साहित्य में पहला प्रयास है। इस प्रयास से जुडे सभी लोग बधाई के पात्र हैं। आपने बहुमूल्य जानकारी प्रदान की है।जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-64704295090590327332011-05-31T15:17:17.218+05:302011-05-31T15:17:17.218+05:30वाह ……………गज़ब की कहानी और और उसका अन्त्…………आज ऐसे ह...वाह ……………गज़ब की कहानी और और उसका अन्त्…………आज ऐसे ही उच्च विचारों की आवश्यकता है जहां पैसे की जगह इन्सानियत को अहमियत दी जा सके।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com