tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post3843449017030898485..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: व्यंग्य लेखन पुरस्कार आयोजन – अतुल चतुर्वेदी का व्यंग्य : कोयले की दलाली में…रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-72074884717463753332009-12-31T23:18:03.317+05:302009-12-31T23:18:03.317+05:30बहुत ही मुश्किल है बच के निकलना कोयले की दलाली से ...बहुत ही मुश्किल है बच के निकलना कोयले की दलाली से ठीक उसी प्रकार जैसे बेचारे ग़रीब ही फँस जाते है देश का प्रदूषण बिगड़ने में बाकी तो साफ साफ निकल जाते है..बढ़िया रचना...धन्यवाद!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.com