tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post3952552392117022425..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: राजीव आनंद की लघुकथाएँरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-11049129679649349762013-12-23T15:35:20.181+05:302013-12-23T15:35:20.181+05:30ये समाज और परिवार की हकीकत है जो आपने अपनी कहानी...ये समाज और परिवार की हकीकत है जो आपने अपनी कहानी में दिखाई है जिंदगी चलती रही......, और दूसरी कथा "अंतर " स्वाभाविक है , गरीबी का फायदा, सार्थक और प्रभावी , आंखों की मुस्कान, बेहतरीन सच्चा आनंद सच में अच्छा अनुभव कराती है ! एक कथा बाकी है अभी Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com