tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post3955736318867212998..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: हिन्दी में हाइकु और उसका परिवार / डॉ. सुरेन्द्र वर्मारवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-55180528340838766362016-04-28T19:44:39.115+05:302016-04-28T19:44:39.115+05:30-----वस्तुतः सभी छंदों व सदा-सर्वदा की भाँति..हाइक...-----वस्तुतः सभी छंदों व सदा-सर्वदा की भाँति..हाइकू भी मूलतः संस्कृत छंद उष्णिक-८ ८ १२...एवं गायत्री -८ ८ ८ का अपर रूप है ...डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-66116766619805182592016-04-28T18:46:10.815+05:302016-04-28T18:46:10.815+05:30सचमुच उपयोगी लेख। जानकारी बढ़ी । मेरे लेखन में सुधा...सचमुच उपयोगी लेख। जानकारी बढ़ी । मेरे लेखन में सुधार लाने के लिए अवसर। आभार।poonam chandralekha https://www.blogger.com/profile/04768857387969674556noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-61487658658916729072016-04-26T17:20:06.038+05:302016-04-26T17:20:06.038+05:30बहुत ही ज्ञानवर्धक लेख।हाइकू लेखन इतना प्रसिद्ध है...बहुत ही ज्ञानवर्धक लेख।हाइकू लेखन इतना प्रसिद्ध है,पहली बार जाना।धन्यवाद।मनीषा की रचनाएं https://www.blogger.com/profile/04252052182649585517noreply@blogger.com