tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post3993219252658691024..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: कहानी लेखन पुरस्कार आयोजन -113- उपासना सियाग की कहानी : ढलती साँझ में उगा सूरजरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-57636655263391194112012-10-25T15:25:44.594+05:302012-10-25T15:25:44.594+05:30एक बेहद मार्मिक कहानी ऐसी ही एक कहानी शांति की भी ...एक बेहद मार्मिक कहानी ऐसी ही एक कहानी शांति की भी है आपसे अनुरोध है कि शांति की कहानी जो कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित है. अपनी राय अवश्य दें http://socialissues.jagranjunction.com/2012/10/25/girl-child-abortion-%E0%A4%AD%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%82%E0%A4%A3-%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE/manojsahhttps://www.blogger.com/profile/16181820887818582962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-36806415284843292252012-10-25T15:24:45.094+05:302012-10-25T15:24:45.094+05:30एक बेहद मार्मिक कहानी. ऐसी ही है शांति की कहानी भी...एक बेहद मार्मिक कहानी. ऐसी ही है शांति की कहानी भी जो आज मैंने पढ़ी कन्या भ्रूण हत्या के विषय पर लिखी यह कहानी भी बेहद मार्मिक और हृद्यस्पर्शी है http://socialissues.jagranjunction.com/2012/10/25/girl-child-abortion-%E0%A4%AD%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%82%E0%A4%A3-%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE/ manojsahhttps://www.blogger.com/profile/16181820887818582962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-45161471114112220542012-10-13T07:46:54.706+05:302012-10-13T07:46:54.706+05:30मार्मिक कहानी ....मार्मिक कहानी ....Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-12908897465078400102012-10-08T20:29:55.489+05:302012-10-08T20:29:55.489+05:30सुन्दर उपासना ! बधाई :))सुन्दर उपासना ! बधाई :))प्रतिभाhttps://www.blogger.com/profile/04252463442565173575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-15465964895427341922012-10-08T20:28:21.953+05:302012-10-08T20:28:21.953+05:30सुन्दर ...बधाई :))) सुन्दर ...बधाई :))) प्रतिभाhttps://www.blogger.com/profile/04252463442565173575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-2626851812210143322012-10-07T20:47:39.008+05:302012-10-07T20:47:39.008+05:30कुछ महिलाये जो बुरा भोग होता है वो आने वाली पीढ़ी ...कुछ महिलाये जो बुरा भोग होता है वो आने वाली पीढ़ी को देती है ....और कुछ समझदार होती है वो जो बुरा भोग होता है उसे अपने तक सीमित कर आगे नहीं जाने देती ...और खुशनुमा और समये के साथ ढलने वाला माहोल बनाती है hindihttps://www.blogger.com/profile/15617649620360877835noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-7414217002779250192012-10-07T19:49:23.979+05:302012-10-07T19:49:23.979+05:30दिल को छू लिया उपासना सखी ...आँखें भर आई ...बहते ह...दिल को छू लिया उपासना सखी ...आँखें भर आई ...बहते हुए आंसूं में पड़ा ....न जाने कितनी औरतो की यही व्यथा है .....प्रेमचंद का एक नोवेल भी याद आ गया ....ये कहानी नहीं व्यथा है ...जिसे हम वाह नहीं कर सकते ...तुम्हारे लेखनी की तारीफ़ जरुर कर सकती हूँ ...रमा शर्मा, जापानhttps://www.blogger.com/profile/04986901192837546697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-27356485795579822582012-10-07T13:45:32.015+05:302012-10-07T13:45:32.015+05:30अच्छी रचना,बधाई.
एक अवसादग्रस्त महिला की कहानी,जो ...अच्छी रचना,बधाई.<br />एक अवसादग्रस्त महिला की कहानी,जो जिन्दगी में अपनी हक और अधिकार के लिए जगह बनाने की जगह अपनी खोल में सिमटना ज्यादा पसंद किया.ऐसी महिलाएं हमारे आस-पास कई हैं,जरूरत है उन्हें समझने की,जैसा की सुलभा ने किया .RITA GUPTA https://www.blogger.com/profile/12870237131586210419noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-67151014451369947672012-10-07T13:43:26.713+05:302012-10-07T13:43:26.713+05:30अच्छी रचना,बधाई.
एक अवसादग्रस्त महिला की कहानी,जो ...अच्छी रचना,बधाई.<br />एक अवसादग्रस्त महिला की कहानी,जो जिन्दगी में अपनी हक और अधिकार के लिए जगह बनाने की जगह अपनी खोल में सिमटना ज्यादा पसंद किया.ऐसी महिलाएं हमारे आस-पास कई हैं,जरूरत है उन्हें समझने की,जैसा की सुलभा ने किया .RITA GUPTA https://www.blogger.com/profile/12870237131586210419noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-80716097610525641692012-10-07T13:07:20.202+05:302012-10-07T13:07:20.202+05:30वह चुप चाप चल पड़ी और जा कर गाड़ी में बैठ गयी। पूर...वह चुप चाप चल पड़ी और जा कर गाड़ी में बैठ गयी। पूरे राह वह कुछ ना बोली और मैंने बतलाया भी नहीं। घर में घुसते ही हमने देखा ,उनके छोटे बेटे का नन्हा सा बेटा घुटनों के बल चलता हुआ खेल रहा था। अचानक हुमक कर भाभी की तरफ लपका तो दौड़ कर उन्होंने उसे गोद में उठा लिया और सीने में भींच लिया। उनके चेहरे से सुकून और आँखों से आंसू बह निकले। बहुएं भी हैरान थी की आज ढलती शाम को सूरज कैसे निकल गया। मैंने उनको चुप रहने का इशारा किया। फिर सारी बात समझा कर उनको कहा कि अब उन लोगों को ही स्थिति संभालनी होगी , इनकी जगह अगर उनकी अपनी माँ होती तो क्या ऐसी दुर्गति होने देती भला ...!वो भी शर्मिंदा सी थी और आगे से उनका पूरा ख्याल रखेंगी ,वादा भी किया------------------GALTEE DONO TARAF SE HAI------BAHUT SUNDAR KAHAANEE UPASNAAvijaya pant Mountainneerhttps://www.blogger.com/profile/07731718913414501934noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-15853873785171242132012-10-07T13:04:28.403+05:302012-10-07T13:04:28.403+05:30वह चुप चाप चल पड़ी और जा कर गाड़ी में बैठ गयी। पूर...वह चुप चाप चल पड़ी और जा कर गाड़ी में बैठ गयी। पूरे राह वह कुछ ना बोली और मैंने बतलाया भी नहीं। घर में घुसते ही हमने देखा ,उनके छोटे बेटे का नन्हा सा बेटा घुटनों के बल चलता हुआ खेल रहा था। अचानक हुमक कर भाभी की तरफ लपका तो दौड़ कर उन्होंने उसे गोद में उठा लिया और सीने में भींच लिया। उनके चेहरे से सुकून और आँखों से आंसू बह निकले। बहुएं भी हैरान थी की आज ढलती शाम को सूरज कैसे निकल गया। मैंने उनको चुप रहने का इशारा किया। फिर सारी बात समझा कर उनको कहा कि अब उन लोगों को ही स्थिति संभालनी होगी , इनकी जगह अगर उनकी अपनी माँ होती तो क्या ऐसी दुर्गति होने देती भला ...!वो भी शर्मिंदा सी थी और आगे से उनका पूरा ख्याल रखेंगी ,वादा भी किया।<br />------------SACH YAHEE HAI HIA KI GALTEE DONO TARAF SE HAI ----BAHUT SUNDAR KAHAANEE UPASNAvijaya pant Mountainneerhttps://www.blogger.com/profile/07731718913414501934noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-87533172728294431632012-10-06T23:14:14.324+05:302012-10-06T23:14:14.324+05:30bahut hi khoob surat tarike se likha aaj ke par...bahut hi khoob surat tarike se likha aaj ke paripeksh mai badhai aise jwalant sawaal uthate rahe ............avinash ramdevavinashshyamsunderhttps://www.blogger.com/profile/03202720730202121858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-84429868056087507742012-10-06T23:12:12.206+05:302012-10-06T23:12:12.206+05:30bahut khoob surat dhang se aaj ke paripeksh mai ...bahut khoob surat dhang se aaj ke paripeksh mai likha uper sahi kaha gaya hai <br /><br />औरत ही औरत की दुश्मन होती है और हैरानी की बात है की औरत ही औरत को जन्म देती है ....एक अकेली औरत को इतनी औरतें सँभाल के न रख सकी ...कोई एक ही उसका दर्द समझ पाई .avinashshyamsunderhttps://www.blogger.com/profile/03202720730202121858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-45552689701892447382012-10-06T22:54:51.938+05:302012-10-06T22:54:51.938+05:30कहानी अच्छी है।कहानी अच्छी है।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-72036678582625724692012-10-06T22:21:50.889+05:302012-10-06T22:21:50.889+05:30Bahut khoob likha upasana ............shabd hi nhi...Bahut khoob likha upasana ............shabd hi nhi hain mere pass .......... नीलिमा शर्मा Neelima Sharma https://www.blogger.com/profile/15015116506093296186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-33475087334308180652012-10-06T21:51:01.032+05:302012-10-06T21:51:01.032+05:30क्यूँ की कई बार औरते अपने ईर्ष्यालु स्वभाव के कारण...क्यूँ की कई बार औरते अपने ईर्ष्यालु स्वभाव के कारण दूसरी औरत का दर्द नहीं समझती और उस पर होने वाले जुल्मों की सहायक ही बनती है .....यही बहुत हद तक सच्चाई है .....<br />आभार nayee duniahttps://www.blogger.com/profile/12166123843123960109noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-8680130007785342892012-10-06T20:45:18.672+05:302012-10-06T20:45:18.672+05:30औरत ही औरत की दुश्मन होती है और हैरानी की बात है क...औरत ही औरत की दुश्मन होती है और हैरानी की बात है की औरत ही औरत को जन्म देती है ....एक अकेली औरत को इतनी औरतें सँभाल के न रख सकी ...कोई एक ही उसका दर्द समझ पाई .pujaranhttps://www.blogger.com/profile/14537921595999009225noreply@blogger.com