tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post4402226663669941948..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: शेष नाथ प्रसाद का आलेख - हिंदी का प्रथम थिसॉरसरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-38269136767785147252014-03-17T20:21:12.388+05:302014-03-17T20:21:12.388+05:30अरूण कुमार झा जी
आपका विचार उत्तम है।अरूण कुमार झा जी <br /> आपका विचार उत्तम है।Sheshnath Prasadhttps://www.blogger.com/profile/12846059616209808824noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-69240378798144707392014-03-11T18:43:38.087+05:302014-03-11T18:43:38.087+05:30पद्य शब्द कोश को समानानंतर कोश के रूप में स्वीकार ...पद्य शब्द कोश को समानानंतर कोश के रूप में स्वीकार करना उपयुक्त प्रतीत होता है | इसी प्रकार अन्य विधाओं के लिए भी विषयवार समानांतर कोश बनाए जा सकते हैं | अरुण कुमार झाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-83410485901097098002014-03-09T15:24:53.997+05:302014-03-09T15:24:53.997+05:30 बहुत ज्ञानवर्धक लेख है, और अरविन्द कुमार जी के ... बहुत ज्ञानवर्धक लेख है, और अरविन्द कुमार जी के परिश्रम के भी सभी हिंदी-भाषी बहुत आभारी हैं। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12683980199228988001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-27155354164861604822014-03-09T15:24:29.247+05:302014-03-09T15:24:29.247+05:30 बहुत ज्ञानवर्धक लेख है, और अरविन्द कुमार जी के ... बहुत ज्ञानवर्धक लेख है, और अरविन्द कुमार जी के परिश्रम के भी सभी हिंदी-भाषी बहुत आभारी हैं। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12683980199228988001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-26510985376824338942014-03-08T15:15:04.513+05:302014-03-08T15:15:04.513+05:30इस विषय पर चर्चा होना अच्छी बात है | इस तरह का का...इस विषय पर चर्चा होना अच्छी बात है | इस तरह का कार्य आगे बढ़ना चाहिए | हिन्दी भाषा काफी तेजी से आगे बढ़ रही है | अध्ययन-अनुशीलन की प्राय: हर विधाओं में हिन्दी का प्रयोग बढ़ रहा है | जाहिर है, ऐसे प्रयास शब्दों को नई भाव-भंगिमाएं देंगे | समानांतर कोषों की उपयोगिताएं भी ऐसे में बढेंगी |अरुण कुमार झाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-51526331142800695422014-03-06T17:34:40.222+05:302014-03-06T17:34:40.222+05:30ज्ञानवर्धक और उपयोगी .....आभार .....
ज्ञानवर्धक और उपयोगी .....आभार .....<br /> Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-26631088658280179932014-03-05T16:47:39.530+05:302014-03-05T16:47:39.530+05:30सुंदर !सुंदर !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-69007292619280551152014-03-05T15:46:20.094+05:302014-03-05T15:46:20.094+05:30रविशंकर जी, अरविंद जी की टिप्पणी देने के लिए धन्यव...रविशंकर जी, अरविंद जी की टिप्पणी देने के लिए धन्यवाद. यह पद्य़-शब्द-कोश मेरे बड़े भाई के एक मित्र ने सन् 1938 में खरीदा था जिसे उन्होंने हाई स्कूल में पढ़ा था. जब यह पद्य-शब्द-कोश मुझे मिला मैंने इसे सुरक्षित कर लिया था. आज यह कोश काम आ गया.<br />अरविंद जी को यह लेख पसंद आया इसके लिए उनको मेरा धन्यवाद. Sheshnath Prasadhttps://www.blogger.com/profile/12846059616209808824noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-69350616122565172042014-03-05T12:16:27.116+05:302014-03-05T12:16:27.116+05:30ईमेल से प्राप्त अरविंद कुमार जी की टिप्पणी -
मैं ...ईमेल से प्राप्त अरविंद कुमार जी की टिप्पणी -<br /><br />मैं ने लेख पढ़ा, अच्छा लगा. अगर मुझे इन पुराने कोशोँ के बारे में पता होता तो भूमिका मेँ उन का उल्लेख ज़रूर करता. हम हिंदी वाले हमेशा हिंदी को कुछ देना चाहते हैँ – ये दोनोँ उदाहरण इस के प्रतीक हैँ.<br /><br />मैँ ने लेख के नीचे अपनी टिप्पणी लिखने की कोशिश की. सफल नहीँ हुआ. कृपया मेरे नाम से ऊपर लिखे वाक्य वहाँ शामिल कर लें.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com