tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post4670385002082930973..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: यशवन्त कोठारी का व्यंग्य : देश और बैलगाड़ीरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-89696519267996213352011-01-12T12:18:14.482+05:302011-01-12T12:18:14.482+05:30बैलगाड़ियां एक वर्ष में करीब 50 अरब मैट्रिक टन माल...बैलगाड़ियां एक वर्ष में करीब 50 अरब मैट्रिक टन माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाती हैं जबकि विशाल पूंजी वाला भारतीय रेलवे केवल 18 करोड़ टन। ....<br /><br />----बहुत शानदार बै्लगाडी पुराण, बधाई कोठारी जी---एक सार्थक व्यन्ग्य-व-आलेख ...<br />----लगे हाथ बैल और अन्य जानवरों की नस्ल सुधारने की ओर भी ध्यान दें ---और आदमी भी अपना सुधार करे.... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.com