tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post4730357781939872959..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: शौचालय से निकले कुछ विचार / सोपान जोशीरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-7247448803749506202017-01-13T16:48:57.534+05:302017-01-13T16:48:57.534+05:30स्वराज सेनानी जी,
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। कृ...स्वराज सेनानी जी, <br />आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। कृपया थोड़ा विस्तार से बताएं कि कैसी व किस तरह की त्रुटियाँ हैं। इस आलेख को किताब से स्कैन कर डिजिटाइज किया गया है, अतः संभवतः कुछ अवांछित त्रुटियाँ घुस आईं हैं जिसके लिए खेद है। आशय यह है कि अच्छी जानकारी पाठकों तक पहुंचे। रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-23081377785830479572017-01-13T15:34:33.032+05:302017-01-13T15:34:33.032+05:30रचना बहुत अच्छी है परंतु त्रुटियों से भरपूर है और...रचना बहुत अच्छी है परंतु त्रुटियों से भरपूर है और इस के बहुत सशक्त सम्पादन के बिना पोस्ट किये जाने पर आपत्ति है . इस से रचनाकार <br />की क्रेडिबिलिटी प्रभावित होती है. बाकी प्रकाशकों की मर्जी है .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04609107125359050214noreply@blogger.com