tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post5269228986965887764..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: ज्योति सिन्हा का आलेख : संगीत चिकित्सा- वेद से विज्ञान तक, एक अजस्र प्रवाहरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-79834876672290145772010-08-17T18:11:59.543+05:302010-08-17T18:11:59.543+05:30संगीत मानव तन-मन के प्राकृतिक लय सुर के साथ तादात्...संगीत मानव तन-मन के प्राकृतिक लय सुर के साथ तादात्म्य स्थापित करता है। यह बात किसी अन्य चिकित्सा पद्धति पर लागू नहीं होती। शोधपूर्ण और अत्यंत उपयोगी आलेख उपलब्ध कराने के लिए आप को ओर संपादक जी को धन्यवाद।<br /> .-महेन्द्र वर्मामहेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-60475485572737212512010-08-16T18:06:59.702+05:302010-08-16T18:06:59.702+05:30संगीत मानव तन-मन के प्राकृतिक लय सुर के साथ तादात्...संगीत मानव तन-मन के प्राकृतिक लय सुर के साथ तादात्म्य स्थापित करता है। यह बात किसी अन्य चिकित्सा पद्धति पर लागू नहीं होती। शोधपूर्ण और अत्यंत उपयोगी आलेख के लिए ज्योति जी को बघाई।<br /> .-महेन्द्र वर्मामहेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.com