tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post6875129594357221232..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: रामवृक्ष सिंह का आलेख - अमृता प्रीतमरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-37061199412184457982014-01-16T19:50:14.984+05:302014-01-16T19:50:14.984+05:30रामवृक्ष सिंह जी, अमृता प्रीतम अपने जीवन के सांध्य...रामवृक्ष सिंह जी, अमृता प्रीतम अपने जीवन के सांध्य दिनों में ओशो के बहुत निकट आ गईं थीं<br />और उनके रंग में रँग गई थीं. ओशो की निकटता के उनके अनुभव उनके लेखों में मैंने पढ़े है. इसका जिक्र आपके आलेख में यत्किंचित भी नहीं है. लिहाजा यह आलेख अधूरा है.Sheshnath Prasadhttps://www.blogger.com/profile/12846059616209808824noreply@blogger.com