tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post711453998678498483..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: संस्मरण : नींद के लिए मोहताज रात - भगवान वैद्य ‘प्रखर’रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-87681217855021174062017-02-28T09:55:11.647+05:302017-02-28T09:55:11.647+05:30वैसे अगर पूर्वा बर्थ बदल देती तो आप लोगों को तो चै...वैसे अगर पूर्वा बर्थ बदल देती तो आप लोगों को तो चैन की नींद मिल जाती लेकिन वो व्यक्ति आगे भी वैसा ही व्यवहार करता। उम्मीद है की इस घटना के बाद उसे अक्ल आ गयी होगी।यात्रा के दौरान ऐसी स्थितियों का अक्सर सामना करना पड़ता है। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.com