tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post720515876187556189..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: रचना दीक्षित की कुछ कविताएँरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-10993303126805569452009-09-10T18:02:17.216+05:302009-09-10T18:02:17.216+05:30स्रष्टि को पसीना आता है---सुन्दर अभिव्यक्ति। आगे...स्रष्टि को पसीना आता है---सुन्दर अभिव्यक्ति। आगे बढने की होड में मानव स्वयं को ही मिटाने का उपक्रम कररहा है--बहुत सत्यं,शिवम, सुन्दरं प्रस्तुति . बधाई.<br />----स्रष्टि के अन्तिम तीन पद- वक्तव्य हैं कविता नहीं, सुधार की गुंजाइस है। shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.com