tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post3654856879137439250..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: हिन्दी दिवस विशेष // आज की हिंदी // डॉ. हरीश कुमाररवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-75669918223951375522017-09-14T17:57:54.575+05:302017-09-14T17:57:54.575+05:30बहुत ज्ञानवर्धक लेख है हरीश जी ------- पर मैं अ...बहुत ज्ञानवर्धक लेख है हरीश जी ------- पर मैं अयंगर जी से भी सहमत हूँ ------ अयंगर जी हिंदी के लिए बहुत ही संवेदनशील है | आभार आपका - रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-36665369795535760692017-09-14T11:10:22.385+05:302017-09-14T11:10:22.385+05:30हिंदी दिवस पर बहुत अच्छी जानकारी ...हिंदी दिवस पर बहुत अच्छी जानकारी ...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-35815750339056081242017-09-14T08:39:00.470+05:302017-09-14T08:39:00.470+05:30बहुत सुन्दर आलेख। हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं।बहुत सुन्दर आलेख। हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-66035311822624214502017-09-12T07:22:11.648+05:302017-09-12T07:22:11.648+05:30हरीश जी,
सुंदर लेख साझा करने हेतु आपका आभार.
हिंदी...हरीश जी,<br />सुंदर लेख साझा करने हेतु आपका आभार.<br />हिंदी मात्र भाषा है संस्कृति नहीं. हमारी संस्कृति भारतीय है. हिंदी राष्ट्रभाषा भी नहीं है राजभाषा है. न ही हिंदी भारतीयों की मातृभाषा है. यहाँ अलग अलग भाषायी लोग बसते हैं. हाँ कुछ की मातृभाषा हिंदी भी है. आपका वक्तव्य कि हम हिंदी में साँस लेते हैं.. विचार करते हैं सर्वथा गलत है. कल आप तबला भी हिंदी में बजाएँगे और हँसेंगे भी हिंदी में. इन क्रियाओं का दायरा असीमित है. सीमित कर इन्हें पंगु मत बनाइए. आप जिस भाषा में पकड़ रखते हैं उसमें विचार व्यक्त करते हैं विचारते नहीं हैं .इस पर सोचिए.<br />हिंदी संबंधी लेखों के लिए आप मेरा निजी ब्लॉग laxmirangam.blogspot.com देख सकते हैं। हिंदी कुंज पोर्टल पर मेरा विशेष पेज भी है. आप इन पर अपने विचारों से अवगत कराएँ तो चर्चा हो सकती है.<br />एम आर अयंगर. 7780116592/8462021340Madabhushi Rangraj Iyengarhttps://www.blogger.com/profile/13810087916830518489noreply@blogger.com