tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post4206328409604454775..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: शब्द संधान / शातिर / डा. सुरेन्द्र वर्मारवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-66328206753424421402017-05-26T23:12:30.970+05:302017-05-26T23:12:30.970+05:30शातिर हसीना, शातिर अपराधी और शातिर खिलाड़ी ही नहीं ...शातिर हसीना, शातिर अपराधी और शातिर खिलाड़ी ही नहीं होते, शातिर दिमाग और शातिर अंदाज़ भी होते हैं। शातिर तरीके और ढंग भी होते हैं। ये दिखाई नहीं देते लेकिन अपना काम बड़ी सफाई से कर जाते हैं।<br />इस पैराग्राफ से बड़ी आसानी से शातिर का विभिन्न अर्थों में प्रयोग समझ में आया।सुंदर लेख।मनीषा।मनीषा की रचनाएं https://www.blogger.com/profile/04252052182649585517noreply@blogger.com