tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post5947652504937572026..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: संस्मरण लेखन पुरस्कार आयोजन - प्रविष्टि क्र. 9 - कैसे मोक्ष हो यहां....! // वंदना अवस्थी दुबेरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-35433092677766938692018-01-20T22:25:30.164+05:302018-01-20T22:25:30.164+05:30 अच्छा संस्मरण है। समाज को जागृत होना होगा। अच्छा संस्मरण है। समाज को जागृत होना होगा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-68660916130021994322018-01-20T22:21:34.504+05:302018-01-20T22:21:34.504+05:30बहुत ही दुखद स्थिति है। परंतु इसके मूल में हमारा स...बहुत ही दुखद स्थिति है। परंतु इसके मूल में हमारा समाज ही है। जहां खड़े बैठे हैं वहीं थूकना कचरा फेंकना आदत में है। और लोग समझना भी नहीं चाहते। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15382970735551144147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-80077969833905073472018-01-19T18:07:49.875+05:302018-01-19T18:07:49.875+05:30शुक्रिया रवि जी, स्थान देने के लिये.शुक्रिया रवि जी, स्थान देने के लिये.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-55447532960222236792018-01-19T18:07:08.108+05:302018-01-19T18:07:08.108+05:30बहुत आभार कविता जी. गया जी की स्थितियां बहुत खराब ...बहुत आभार कविता जी. गया जी की स्थितियां बहुत खराब हैं.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-54349432036441521252018-01-19T14:48:30.744+05:302018-01-19T14:48:30.744+05:30तमाम अव्यस्थाओं के बीच परम्परा का निर्वहन है मोक्ष...तमाम अव्यस्थाओं के बीच परम्परा का निर्वहन है मोक्ष <br />बहुत कुछ जानकारी मिलती है संस्मरण से कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com