tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post8727549698921680170..comments2024-03-25T10:13:31.176+05:30Comments on रचनाकार: मानवता के पुजारी संत गाडगे महाराज / डॉ.अनंत वडघणेरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-15182217.post-21388686829945394812018-11-11T08:35:25.095+05:302018-11-11T08:35:25.095+05:30मनगढ़ंत किस्सों की भरमार है लेख में। एक भी प्रामाणि...मनगढ़ंत किस्सों की भरमार है लेख में। एक भी प्रामाणिक हवाला नहीं दिया। अखबारों की कतरन और नवबौद्धों के हवाले पूर्वाग्रह से भरे हैं। बेवकूफी है कहना कि बाबा पंढरपुर दर्शन नहीं सफाई के लिये जाते थे।ये सब अंबेडकरवादियों की बकवास है। सोचने की बात है कि इतनी दूर सफाई के लिये जायेंगे ? मेहर बाबा से वो पंढरपुर में सफाई के लिये मिले थे ? गाडगे बाबा ने तो अंबेडकर के धर्म परिवर्तन का विरोध किया था।Manuwadihttps://www.blogger.com/profile/13723008110263073590noreply@blogger.com