वेद प्रकाश की किताब : हिन्दी कम्प्यूटरी (5)

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पिछले अंक से जारी… हिंदी कंप्यूटरी सूचना प्रौद्योगिकी के लोकतांत्रिक सरोकार वेद प्रकाश   जहाँ तक पंचमाक्षरों...

पिछले अंक से जारी…

हिंदी कंप्यूटरी

सूचना प्रौद्योगिकी के

लोकतांत्रिक सरोकार

ved prakash
वेद प्रकाश

 

जहाँ तक पंचमाक्षरों का सवाल है, उन पर ऊपर बात हो चुकी है। इन्हें भी इस कुंजीपटल के दाएँ पैड में ही समायोजित किया गया है। अंतस्थ व्यंजन इस प्रकार हैं—

य र ल व

इसके अलावा मराठी के ऱ और ळ भी हैं।

य को पहली कतार में दाएँ कोने की तरफ बिना शिफ्ट के दिया गया है। ‘र’ के अधिक उपयोग में लाए जाने के कारण उसे गृह कतार में दाएँ हाथ की तर्जनी पर ‘प’ और ‘क’ के बीच दिया गया है। मराठी में प्रयोग आने वाला ऱ अक्षर, जो अपने आधे रूप ऱ् में प्रयोग किया जाता है, इसी कुंजी पर शिफ्ट के साथ दिया गया है। ल को र के नीचे पहली कतार में दिया गया है तो व को उसके बायीं तरफ दिया गया है। मराठी ळ को ल पर शिफ्ट के साथ दिया गया है।

ऊष्म व्यंजन- और अंत में ऊष्म व्यंजन आते हैं। ऊष्म व्यंजन इस प्रकार हैं—

श ष स ह

‘स’ को पहली कतार में ल के दायीं तरफ बिना शिफ्ट के रखा है तो श को उसी कुंजी पर शिफ्ट के साथ रखा गया है। और ष को इसके दाहिने तरफ शिफ्ट के साथ दिया गया है। र के बाद सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाले ह को तर्जनी पर तीसरी कतार में र के ठीक ऊपर दिया गया है।

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नुक्‍ता- देवनागरी में कुछ 7 व्यंजनों के साथ नुक्ते ़ का इस्तेंमाल किया जाता है—

क़ ख़ ग़ ज़ ड़ ढ़ फ़

नुक्‍ते को तीसरी कतार में दाहिनी ओर ] पर बिना शिफ्ट के दिया गया है।

विराम चिह्न- देवनागरी में पूर्ण विराम . के स्थान पर खड़ी पाई । का उपयोग किया जाता है जिसे पूर्ण विराम (फुल स्टाप) की कुंजी पर शिफ्ट के साथ दिया गया है। आधुनिक देवनागरी में खड़ी पाई के स्थान पर फुल स्टॉप का प्रयोग किया जाता है।

विसर्ग- विसर्ग ः देवनागरी में बहुत कम प्रयोग लाया जाता है,परंतु यह सेमीकॉलन : से अलग है। इसे योजक चिह्न (हाइफन) – की कुंजी पर शिफ्ट के साथ दिया गया है।

इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल पर कैसे टाइप करें।

प्रत्येक व्यक्‍ति का लिखने का अपना तरीका हो सकता है, पर टाइप करने का सिर्फ एक ही तरीका होना आवश्यक है। टाइप करते समय की-बोर्ड की सीमित कुंजियों का उपयोग किया जाता है। इसलिए हिंदी में कोई शब्द टाइप करते समय यह जानना ज़रूरी हो जाता है कि उसे किस प्रकार विभिन्न कुंजियों के क्रम में तोड़ें ताकि वह शब्द सही-सही टाइप हो सके।

उदाहरण के लिए :--

कई - इस शब्द को टाइप करने के लिए इन दो कुंजियों का उपयोग किया जाएगा : क ई

अमर - इस शब्द को टाइप करने के लिए इन तीन कुंजियों का उपयोग किया जाएगा : अ म र

व्यंजन-अक्षर

देवनागरी लिपि में नीचे दिए गये अक्षर व्यंजन हैं और इनमें से प्रत्येक अक्षर स्वतंत्र कुंजी का उपयोग करके टाइप किया जा सकता है :--

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स्वर-अक्षर :-

देवनागरी लिपि में नीचे दिए गए अक्षर स्वर हैं :--

अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ ऑ

अ अक्षर के अलावा, इनमें से प्रत्येक स्वर की ध्वनि को नीचे दी गई मात्रा का उपयोग करके जोड़ा जा सकता है।

ा ि ी ु ू ृ े ै ो ौ ॉ

ऑ चिह्न अंग्रेज़ी से आए हुए स्वर को लिखने के लिए देवनागरी में जोड़ा गया है। प्रत्येक स्वर के लिए अलग कुंजी दी गई है चाहे वह स्वर दिखने में किसी दूसरे स्वर और मात्रा को जोड़कर बना हुआ ही क्यों न लगता हो।

उदाहरणार्थ:

आप को आ प ऐसे टाइप करना चाहिए, न कि ऐसे अ ा प

ओट को ओ ट ऐसे टाइप करना चाहिए, न कि ऐसे अ ो ट

औजार को औ जा र ऐसे टाइप करना चाहिए, न कि ऐसे अ ौ जा र

ऐनक को ऐ न क ऐसे टाइप करना चाहिए, न कि ऐसे ए े न क

ऑटम को ऑ ट म ऐसे टाइप करना चाहिए, न कि ऐसे अ ॅ ा ट म

मात्राएँ

स्वर की मात्रा को व्यंजनों के ऊपर, नीचे, बायीं या दायीं तरफ जोड़कर लिखा जाता है।

क का कि की कु कू कृ के कै को कौ कॉ

इन्हें व्यंजनों के तुरंत बाद ही टाइप किया जाना चाहिए, न कि स्वरों के बाद।

पान को ऐसे टाइप किया जाएगा: प ा न

ऋतु को ऐसे टाइप किया जाएगा: ऋ त ु

भूल को ऐसे टाइप किया जाएगा: भ ू ल

रूप को ऐसे टाइप किया जाएगा: र ू प

बैट को ऐसे टाइप किया जाएगा: ब ै ट

बॉल को ऐसे टाइप किया जाएगा: ब ॉ ल , न कि ऐसे ब ॅ ा ल

कृपया ध्यान दें कि भूल व रूप शब्द टाइप करते समय सिर्फ ू मात्रा का ही उपयोग किया गया है लेकिन उन्हें शब्द में सही स्थान पर कंप्यूटर ने अपने आप जोड़ दिया है।

शेष - श े ष

मैल - म ै ल

पिन - प ि न

तौल - त ौ ल ऐसे टाइप कीजिए, न कि ऐसे - त ा ै ल

कृपा - क ृ प ा

कि - क ि

जाति = ज ा त ि

कृपया ध्यान दें कि छोटी ‘इ’ की मात्रा ‘ि’ भी उच्चारण के अनुसार व्यंजन के बाद ही टाइप की जाती है तथा कंप्यूटर उसे अपने आप सही स्थान पर जोड़ देता है। उदाहरणार्थ- पिन इस तरह टाइप किया जाएगा प ि न, न कि इस तरह ि प न।

अनुस्वार-

ङ, ञ, ण, न, म - इन व्यंजनों के अर्द्ध रूपों के लिए अनुस्वार ं का भी उपयोग किया जाता है।

पंप - प ं प

में - म े ं

अंग - अ ं ग

खींचना - ख ी ं च न ा

हिंदी - ह ि ं द ी

इस बात पर ध्यान दें कि जब मात्रा के साथ अनुस्वार आता है तो उसे संबंधित मात्रा के बाद ही टाइप करें नहीं तो वह सही स्थान पर नहीं जुड़ेगा। जैसे-

हंदिी - ह ं ि द ी

चंद्रबिंदु
अनुनासिक स्वर के उच्चारण के लिए चंद्रबिंदु ँ का प्रयोग किया जाता है।

आँख - आ ँ ख

ऊँट - ऊ ँ ट

चाँद - च ा ँ द ऐसे टाइप करें, न कि ऐसे चाँद - च ँ ा द

कृपया ध्यान दें कि जब चंद्रबिंदु को शिरोरेखा से ऊपर आने वाली मात्रा के साथ जोड़ा जाता है तो उसका रूप टाइप की सुविधा के लिए अनुस्वार जैसा हो जाता है, जैसे-

मैं - म ै ं

विसर्ग

विसर्ग ः का प्रयोग महाप्राण ध्वनि को दर्शाने के लिए किया जाता है। यह केवल संस्कृत के मूल (तत्सम) शब्दों के साथ प्रयोग किया जाता है।

अतः - अ त ः

दुःख - द ु ः ख ऐसे टाइप करें, न कि ऐसे दःुख - द ः ु ख

विसर्ग और अंग्रेज़ी के कोलन ‘:’ के समान होने के कारण कभी-कभी गड़बड़ होती है। विसर्ग चिन्ह के ऊपर शिरोरेखा होने के कारण इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। एक अक्षर के साथ सिर्फ एक ही अनुस्वार, चंद्रबिंदु या विसर्ग चिह्न जोड़ा जा सकता है।

हलन्त

अक्षर को आधा दिखाने के लिए ् हलन्त चिह्न टाइप किया जाता है।

नमन् - न म न ्

पट्टिका - प ट ् ट ि क ा

छोटी इ ि की मात्रा उच्चारण के अनुसार अक्षर के बाद टाइप की जाती है और वह अपने सही स्थान पर जुड़े हुए अक्षरों के पहले कंप्यूटर द्वारा लगा दी जाती है।

इलैक्ट्रिसिटी - इ ल ै क ् ट ् र ि स ि ट ी

निष्क्रिय - न ि ष ् क ् र ि य

बुद्धि - ब ु द ् ध ि

कृपया ध्यान दें कि हलन्त चिह्न को केवल व्यंजन के साथ ही उपयोग में लाया जाता है, स्वर के साथ नहीं। अगर उसे इस तरह उपयोग किया गया तो वह ग़लत होगा और नीचे दिए गए तरीके से टाइप हो जाएगा।

कु् कि् कं् कः्

इसी प्रकार हलन्त के बाद सिर्फ व्यंजन ही आ सकता है, अन्यथा वह जुड़ नहीं पाएगा।

उदाहरण के लिए :

क्अ क्ि क्ं

अर्द्ध व्यंजन

अगर दो व्यंजनों के बीच में हलन्त टाइप किया जाए तो पहला व्यंजन आधा हो जाता है और वह बाद के व्यंजन अक्षर से जुड़ जाता है।

उदाहरणार्थ :

क्या - क ् य ा

डॉक्टर - ड ॉ क ् ट र

राज्य - र ा ज ् य

किश्त - क ि श ् त

हस्ति - ह स ् त ि

जिह्वा - ज ि ह ् व ा

मच्छर - म च ् छ र

विश्व - व ि श ् व

कश्यप - क श ् य प

आप देखेंगे कि ‘व’ और ‘य’ व्यंजनों के साथ ‘श’ लिखने के अलग तरीके से अलग रूप में अपने आप जुड़ गया है।
संयुक्‍ताक्षर
हलन्त के प्रयोग से विभिन्न प्रकार के संयुक्त अक्षर टाइप किए जा सकते हैं।

उदाहरणार्थ :

द्वार - द ् व ा र शुद्ध - श ु द ् ध

कई बार संयुक्‍त अक्षर के विविध रूप अलग हो सकते हैं जो नीचे दिए गए हैं।

पन्ना - प न ् न ा

रक्षा - र क ् ष ा को ऐसे टाइप कीजिए , न कि ऐसे र क ् श ा (रक्शा)

विद्या - व ि द ् य ा

ज्ञान - ज ् ञ ा न को ऐसे टाइप करें, न कि ऐसे ग ् य ा न (ग्यान)

भक्त - भ क ् त

गद्दा - ग द ् द ा

संयुक्त अक्षरों की स्वतंत्र कुंजियाँ कुछ महत्त्वपूर्ण संयुक्त अक्षरों के लिए स्वतंत्र कुंजियाँ भी दी गई हैं। अगर ये कुंजियाँ अलग से भी उपयोग में लाई जाएँ तब भी कंप्यूटर अपने आप हलन्त और व्यंजनों का उपयोग करके संयुक्त अक्षर तैयार करता है।

क्ष - क ् ष रक्षा - र क्ष ा - र क ् ष ा

त्र - त ् र मित्र - म ि त्र - म ि त ् र

श्र - श ् र विश्राम - व ि श्र ा म - व ि श ् र ा म

ज्ञ - ज ् ञ ज्ञान - ज्ञ ा न - ज ् ञ ा न

कृपया ध्यान रखें कि ये स्वतंत्र कुंजियाँ सुविधा के लिए दी गई हैं, अन्यथा स्पर्श टाइपिंग के लिए हलन्त की कुंजी का उपयोग करके इन शब्दों को टाइप करना ज्यादा आसान होता है। आगे के स्वर टाइप करने के पहले आधे अक्षर का चिन्ह यानी हलन्त दिखाई देता है।

शास्त्र - श ा स ् त्र - श ा स ् त ् र

रकार (रेफ) (र)

जब हलन्त ् के बाद ‘र’ अक्षर आता है तो व्यंजन के नीचे लगने वाला अक्षर के रकार ्र तैयार होता है। यह रकार ्र कम उपयोग में आने वाली कुंजी पर रखा गया है।

ड्रम - ड ्र म - ड ् र म

ट्रुथ - ट ्र ु थ - ट ् र ु थ

एक्स्ट्रा - ए क ् स ् ट ्र ा - ए क ् स ् ट ् र ा

ऊपर दिए गए अक्षरों को बनाने के लिए चार व्यंजनों का उपयोग किया गया है; देवनागरी में संयुक्त अक्षरों में अधिकतम चार व्यंजनों के जोड़ ही पाए जाते हैं। इससे ज्यादा व्यंजनों के जोड़ से बनने वाले संयुक्त व्यंजन नहीं पाए जाते।

यह रकार एक तिरछी रेखा के रूप में बहुत से व्यंजन अक्षरों के साथ दिखाया जाता है।
क्रम - क ्र म - क ् र म

पत्र - प त ्र - प त ् र इस शब्द को ऐसे भी टाइप कर सकते हैं - प त्र

मिश्र - म ि श ् र इस शब्द को ऐसे भी टाइप कर सकते है - म ि श्र

द्रौपदी - द ् र ौ प द ी

ह्रस्व - ह ् र स ् व

कभी कभार टाइप करने वाले के लिए रकार चिह्न का उपयोग आसान हो सकता है, परंतु स्पर्श टाइपिंग में इसे हलन्त से टाइप करना ज्यादा आसान होगा।

रेफ

जब ‘र’ अक्षर के बाद हलन्त ् आता है तो वह रेफ र् हो जाता है। जो किसी शब्द के ऊपर लगता है। इसे स्वतंत्र रूप से भी टाइप किया जा सकता है। उसे जिस अक्षर के ऊपर लगाना हो, उस अक्षर को टाइप करने के पहले रेफ को टाइप करें।

जब रेफ र् टाइप करने के बाद दूसरा व्यंजन टाइप नहीं किया जाता है तब वह इस रूप में र (र्) बदल जाता है।

बर्फ - ब र् फ - ब र ् फ

गर्व – ग र् व - ग र ् व

गर्मी – ग र् म ी - ग र ् म ी

चर्चित - चर् च ि त - च र ् च ि त

रेफ र् और छोटी इ की मात्रा ि को अपने-अपने उच्चारण के स्थान के अनुसार टाइप किया जाता है लेकिन कई बार उन्हें अलग तरीके से भी दिखाया जा सकता है। संयुक्ताक्षर के साथ आने वाले रेफ को उसके उच्चारण के स्थान के अनुसार टाइप करें।

उदाहरण के लिए :

गवर्न्मेंट - ग व र् न ् म े ं ट - ग व र ् न ् म े ं ट

नुक्‍ता-

अरबी, फारसी और अंग्रेज़ी मूल के शब्दों में कुछ व्यंजनों का उच्चारण थोड़ा भारी गले से होता है। उनसे मिलती जुलती ध्वनियों वाले व्यंजनों से उनकी भिन्नता दिखाने के लिए नुक्ते का इस्तेमाल किया जाता है।

बड़ा - ब ड ़ ा

गढ़वाल - ग ढ ़ व ा ल

ख़याल - ख ़ ् य ा ल

ख़्वाब - ख ़ ् व ा ब

यह बात ध्यान में रखें कि ‘नुक्‍ते’ को व्यंजन के तुरंत बाद टाइप करें। यदि नुक्‍ते वाले अक्षर के साथ हलंत ् भी हो तब भी उसे नुक्ते वाले अक्षर के तुरंत बाद ही टाइप करें.

क़ैद - क ़ ै द

काग़ज़ - क ा ग ़ ज ़

फ़ीट - फ ़ ी ट

फ़्रैंच - फ ़ ् र ै ं च

ऊपर के उदाहरण में दिखाए गए तरीके से सिर्फ सात व्यंजनों के साथ नुक्‍ते का प्रयोग होता है जो नीचे दिखाए गए हैं।

क़ ख़ ग़ ज़ ड़ ढ़ फ़

तीव्र गति से टाइपलेखन- स्पर्श टंकण पद्धति

तीव्र गति से टाइप करने के लिए स्पर्श टंकण पद्धति इस्तेमाल की जाती है। इस पद्धति के अंतर्गत एक टाइपिस्ट कुंजीपटल की ओर देखे बिना मात्र कुंजियों को स्पर्श कर टंकण का कार्य करता है। इसलिए इस पद्धति में प्रत्येक उँगली कुछ ही कुंजियों को दबाने के लिए निर्धारित की जाती है। इसके प्रशिक्षण में टाइपिस्ट को एक कुंजी से दूसरी कुंजी की दूरी और दिशा का ज्ञान कराया जाता है। यह इस पद्धति में सबसे महत्त्वपूर्ण है कि प्रत्येक अंगुली केवल उन्हीं कुंजियों को दबाने (स्पर्श करने) के लिए इस्तेमाल की जाए, जिनके लिए उसे निर्धारित किया हुआ है। यह पद्धति कुंजीपटल के भौतिक स्वरूप पर आधारित होती है। इसमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अंग्रेज़ी कुंजीपटल का इस्तेमाल कर रहे हैं या इंस्क्रिप्ट का या किसी और का। यानी कि जो व्यक्‍ति पहले से अंग्रेज़ी टंकण जानता है, मात्र कुंजीपटल पर अक्षरों की व्यवस्था का अध्ययन करके ही इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल में दक्षता प्राप्त कर सकता है।

इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल में भी स्पर्श टाइपिंग की वही पद्धति इस्तेमाल की जाती है जो रोमन लिपि (अंग्रेज़ी) के लिए प्रयोग की जाती है। एक ऐसा व्यक्‍ति जो पहले से अंग्रेज़ी कुंजीपटल का प्रयोग नहीं कर रहा है, वह अंग्रेज़ी के मुकाबले इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल को अधिक तीव्रता से सीख सकता है। इसका कारण इसका वैज्ञानिक और तर्कसंगत लेआऊट है, जो स्पर्श टंकण पद्धति का पूरी तरह समर्थन करता है।

स्पर्श टाइपिंग के लिए इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल को दो भागों में बाँटा गया है—दाँया पैड और बाँया पैड। दाँया पैड जिसे दाएँ हाथ की उँगलियों से टाइप किया जाएगा और बाँया पैड जिसे बाँए हाथ की उँगलियों से टाइप किया जाएगा। कुंजियाँ दबाने के लिए प्रत्येक हाथ की चार-चार उँगलियाँ इस्तेमाल की जाती हैं। स्पेस बार दबाने के लिए दाँए हाथ के अँगूठे का प्रयोग किया जाता है। इस पद्धति में बाँए हाथ के अँगूठे का कोई उपयोग नहीं होता।

कुंजीपटल की तीन कतारें हीं स्पर्श टाइपिंग में इस्तेमाल की जाती है। सबसे ऊपर की कतार का इस्तेमाल सामान्यतः बहुत कम होता है, इसलिए उसे देखकर टाइप किया जाता है। संख्याओं के लिए आजकल नंबरपैड का इस्तेमाल किया जाता है। तीन कतारों में से बीच की कतार को गृह कतार कहा जाता है। दोनों हाथों की उंगलियाँ इन्हीं पर रहती हैं. जिस समय कोई उँगली किसी कुंजी को दबा रही होती है उस समय बाकी उँगलियाँ अपने नियत स्थान पर ही रहती हैं। अपेक्षित कुंजी को दबाने के बाद वह उँगली भी अपने नियत स्थान पर लौट आती है। प्रत्येक उँगली को एक-एक कालम आबंटित किया जाता है, तर्जनी को शक्तिशाली ऊँगली होने के नाते दो कालम आबंटित किए गए हैं। मध्यमा को एक कॉलम आबंटित किया गया है, पर इस कॉलम के अक्षरों का सर्वाधिक प्रयोग होता है। हालाँकि कनिष्का ऊँगली को भी एक से ज्यादा कॉलम आबंटित किए गए हैं, परंतु वे अक्षर अपेक्षतया बहुत कम इस्तेमाल किए जाते हैं। खाली स्पेस देने के लिए दाँए हाथ के अंगूठे का प्रयोग किया जाता है।

कुंजीपटल पर विद्यमान ‘शिफ्ट’ कुंजियाँ किसी कुंजी पर ऊपर दिए गए अक्षर को टाइप करने के काम आती हैं। किसी कुंजी पर ऊपर दिए गए अक्षर को टाइप करने के लिए उस कुंजी को टाइप करने से पहले शिफ्ट कुंजी को दबाया जाता है, फिर अपेक्षित कुंजी को दबाया जाता है, इसके बाद ही शिफ्ट कुंजी को छोड़ा जाता है। यदि दाएँ पैड की किसी कुंजी के ऊपर के अक्षर को टाइप करना हो तो बाँए हाथ से बाँयी तरफ की शिफ्ट कुंजी को दबाते हैं और यदि बाँये पैड की किसी कुंजी के ऊपर के अक्षर को टाइप करना हो तो दाएँ हाथ से दायीं तरफ की शिफ्ट कुंजी को दबाते हैं। शिफ्ट कुंजी को दबाने के लिए दोनों हाथों की कनिष्का उँगलियों का इस्तेमाल किया जाता है।

इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल पर तीव्र गति से टाइपिंग का अभ्यास

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यह अंग्रेज़ी का प्रचलित कुंजीपटल है इस कुंजीपटल की सहायता से स्पर्श-टाइपिंग कैसे की जाती है, यह देखेंगे।

जैसे कि ऊपर बताया गया है इस कुंजीपटल में चार कतारें हैं। उनमें से नीचे की तीन कतारें स्पर्श –टाइपिंग के लिए इस्तेमाल में लायी जाती हैं। सबसे ऊपरी कतार ज्यादा इस्तेमाल नहीं होती, क्योंकि इस पर बहुत कम उपयोग में आने वाले अक्षर दिए गए हैं।

स्पर्श टाइपिंग में हाथ की उंगलियाँ हमेशा बीच की कतार पर रखीं जाती हैं। इसीलिए इस कतार को ‘गृह कतार’ (होम-रो) कहते हैं। गृह-कतार के ऊपर की कतार को तीसरी कतार तथा नीचे की कतार को पहली कतार कहा जाता है।

इस ‘की-बोर्ड’ के दो हिस्से हैं, बायाँ हिस्सा और दायाँ हिस्सा. एक हिस्सा बायें हाथ से काम में लाया जाता है वह बायाँ हिस्सा हिस्सा कहलाता है और दायें हाथ से काम में लाया जाने वाला हिस्सा दायाँ हिस्सा कहलाता है।

हर एक हाथ की सिर्फ चार उंगलियाँ ही स्पर्श-टाइपिंग में इस्तेमाल में लायी जाती हैं। दायें हाथ का अंगूठा ‘स्पेस-बार’ दबाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तथा बायें हाथ के अंगूठे का स्पर्श-टाइपिंग में बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया जाता।

स्पर्श-टाइपिंग में सबसे महत्त्व की बात यह है कि हर अक्षर को उसके लिए निश्चित उँगली से ही टाइप करना चाहिए। इससे टाइपिंग करने का आत्मविश्वास बढ़ता है।

हर एक हाथ की चार उँगलियाँ गृह-पंक्ति पर नीचे दिए गए अक्षरों पर हल्के से रखी जाती हैं। यहाँ वे आरामदायक स्थिति में रहती हैं।

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इन ‘कुंजियों’ को ‘मार्ग-दर्शक कुंजियाँ’ (गाईड कीज़) कहते हैं।

हर एक ‘कुंजी’ के लिए उँगलियाँ निश्चित की गई हैं। कोई भी ‘कुंजी’ दबाने के बाद उँगली गृह-कतार के अपने तय स्थान पर वापस आ जानी चाहिए। हर एक उँगली के लिए तय की गई ‘कुंजी’ नीचे दी गई है।

J (र) ‘कुंजी’ पर दायें हाथ की तर्जनी रखी जाती है। चूँकि यह उँगली सबसे शक्तिशाली उँगली है इसलिए दो खड़ी कतारों के अक्षर को टाइप करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। तर्जनी उँगली से इन सब कीज़ का इस्तेमाल किया जाता है।

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k (क) ‘कुंजी’ पर दाएँ हाथ की मध्यमा यानी बीच की उँगली रखी जाती है। बीच की उँगली के लिए एक ही खड़ी कतार दी गई है। हमेशा इस्तेमाल में आनेवाले अक्षर इसी कतार में हैं। बीच की उँगली से ये सब कीज़ इस्तेमाल की जाती हैं।

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L (त) ‘कुंजी’ पर अनामिका (कनिष्ठा और मध्यमा के बीच की उँगली) उँगली रखी जाती है। अनामिका (L की) इस ऊँगली के इस्तेमाल के लिए एक ही खड़ी कतार दी गई है। कम इस्तेमाल होने वाले अक्षर इस कतार में हैं। अनामिका से ये कीज़ इस्तेमाल कर सकते हैं।

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; (च) की पर कनिष्ठा यानी सबसे छोटी उँगली रखी जाती है। चूँकि छोटी उँगली सब उँगलियों में सबसे कम शक्तिशाली होती है इसलिए कम इस्तेमाल होने वाले अक्षरों को टाइप करने के लिए इस की को नियत किया गया है। छोटी उँगली से ये सब ‘कीज़’ इस्तेमाल कर सकते हैं।

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अब हम देखेंगे कि, इसी तरह बायें हाथ की उँगलियों से कौन सी ‘कीज़’ का इस्तेमाल किया जा सकता है। तर्जनी उँगली के शक्तिशाली होने की वजह से दो खड़ी कतारों में दिए गए अक्षरों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

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बीच की उँगली के लिए एक ही खड़ी कतार दी गई है।

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अनामिका के लिए भी एक ही खड़ी कतार रखी गई है। इस ऊँगली के लिए कम इस्तेमाल होने वाले अक्षर रखे गए हैं।

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छोटी उँगली के कम शक्तिशाली होने की वजह से इसके लिए कम इस्तेमाल होने वाले अक्षर रखे गए हैं।

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अब हम की-बोर्ड के दोनों भाग इकट्ठा देखेंगे।

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की-बोर्ड पर सभी ‘कीज़’ का ऊपर दिये गए तरीके से इस्तेमाल करें। ऊपर दिखाये गए तरीके से दायें हाथ की छोटी ऊँगली पर काम का ज्यादा बोझ पड़ता है क्योंकि इस उँगली से दो खड़ी कतारों में दिए गए अक्षरों को टाइप करना पड़ता है। हर उँगली में कम-ज्यादा शक्ति है लेकिन अभ्यास से की-बोर्ड की सभी कीज़ पर समान दबाव पड़ता है।

एक ही ‘की’ पर ऊपर के स्थान पर (‘शिफ्ट’) दिए गए अक्षर को टाइप करने के लिए ‘शिफ्ट’ ‘की’ को दबाइए, जो अक्षर टाइप करना हो उसके लिए ‘शिफ्ट’ ‘की’ को दबाकर रखिये और अक्षर को टाइप कीजिए फिर ‘शिफ्ट’ ‘की’ को छोड़िये। बायीं तरफ का कोई भी अक्षर टाइप करते समय दायें हाथ की छोटी उँगली से ‘शिफ्ट’ ‘की’ को दबाएँ। इसी तरह दायीं तरफ का कोई भी अक्षर टाइप करते समय बायें हाथ की ऊँगली से ‘शिफ्ट’ ‘की’ को दबायें.

शब्दों के वैकल्पिक या दूसरे रूप-

कभी-कभी हम शब्दों को उनके स्वाभाविक रूप में लिखने की बजाय दूसरे प्रचलित रूपों में लिखना चाहते हैं। शब्दों के वैकल्पिक रूप बनाने के लिए कुछ खास तरीके टाइपिंग करते समय अपनाए जाते हैं। ये वैकल्पिक रूप कभी-कभी ही उपयोग में लाने चाहिए क्योंकि ये उन शब्दों के मानक रूप नहीं हैं। कई बार इनसे शब्द के असली उच्‍चारण के ही बदल जाने का खतरा पैदा हो जाता है। और कुछ नहीं तो कम से कम ये शब्दों के मानकीकरण की प्रक्रिया में बाधा तो पहुँचाते ही हैं।

इसके लिए यूनिकोड में दो कैरेक्टरों ZERO WIDTH JOINER और ZERO WIDTH JOINER का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें सक्रिय करने के लिए Insert ---- Symbol में जाकर देखेंगे तो‍​ देवनागरी के शून्य के बाद आपको तीन खाली स्थान दिखाई देंगे इसमें से दूसरा ZERO WIDTH NON JOINER का है, इसे चुनें तथा Short key की टैब को दबाएँ, वहाँ Press New Shortcut Key में Ctrl+Alt+. टाइप करें। इसे बंद कर बाहर आ जाएँ। इसी प्रकार ZERO WIDTH JOINER का स्थान तय करें। इसके लिए Insert ---- Symbol में जाकर देवनागरी के शून्य के बाद जो दूसरा खाली स्थान दिखाई देंगा वह ZERO WIDTH JOINER का है, इसे चुनें तथा Short key की टैब को दबाएँ, वहाँ Press New Shortcut Key में Ctrl+Alt+/ टाइप करें।

यानी कि अब हमें जब भी ZERO WIDTH JOINER और ZERO WIDTH JOINER का इस्तेमाल करना होगा तो हमें उपरोक्‍त लंबी प्रक्रिया के बदले मात्र Ctrl+Alt+. या Ctrl+Alt+/ का इस्तेमाल करके काम चला लेंगे। एक बात और, ये कैरेक्टर दिखाई नहीं देते, परंतु संयुक्‍त अक्षरों में अपेक्षित परिवर्तन कर देते हैं.

उदाहरण के लिए-

यदि हम व ि श ् व टाइप करेंगे तो स्क्रीन पर ‘विश्व’ दिखाई देगा, परंतु यदि हम व ि श ् ZERO WIDTH JOINER (Ctrl+Alt+/) व टाइप करेंगे तो यह ‘विश्‍व’ रूप में दिखाई देगा, और यदि हम व ि श ् ZERO WIDTH NON JOINER (Ctrl+Alt+.) व टाइप करेंगे तो यह ‘विश्‌व’ रूप में दिखाई देगा।

इसी प्रकार नीचे कुछ और उदाहरण दिए गए हैं-

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अंग्रेज़ी विराम चिह्नों का प्रयोग-

अकसर हिंदी टाइप करते समय विराम चिह्नों जैसे ?, :, ;, ‘’, “”, [, ], {, } = या + आदि का प्रयोग करना पड़ता है। यदि हम इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल के साथ यूनिकोड का प्रयोग करते हैं तो इन्हें प्रयोग करना बहुत सहज हो जाता है। बस इसके लिए हमें एक अतिरिक्त कुंजी Alt और दबानी पड़ती है। यानी कि यदि मुझे ? प्रश्‍नवाचक चिह्‌न का इस्तेमाल करना हो तो अंग्रेज़ी में टाइप करने वाली कुंजी shift+/ के साथ Alt कुंजी भी दबानी होगी। विराम चिह्न टाइप करने के नीचे कुछ उदाहरण उनके कुंजी संयोजनों सहित दिए गए हैं---

/ Alt य

? Alt shift य

; Alt च

: Alt छ

यही नहीं, इंस्क्रिप्ट कुंजीपटल में टाइप करना सीखने के लिए एक कीबोर्ड ट्यूटर भी विकसित किया गया है। जिसे इस पते www.tdil.mit.gov.in पर टीडीआईएल की वैबसाइट से निःशुल्क डाऊनलोड किया जा सकता है। यहाँ आपको और भी बहुत सारी सुविधाएँ मुफ्त में डाऊनलोड करने के लिए उपलब्ध हैं। इन पर ‘हिंदी सॉफ्टवेयर टूल’ नामक अध्याय में विस्तार से विचार किया गया है।

इस कुंजीपटल को सिखाने के लिए भारत सरकार के केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों को इंस्क्रिप्ट कीबोर्ड में टाइप करना सिखाने के लिए के ‘इनस्क्रिप्ट कुंजी पटल अभ्यास’ नामक पुस्तिका प्रकाशित की है। जिसे हिंदी शिक्षण योजना के सहायक निदेशक श्री मुकेश कुमार ने तैयार किया है। श्री मुकेश कुमार सरकारी कर्मचारियों में इंस्क्रिप्ट कुंजी पटल को लोकप्रिय बनाने में निरंतर जुटे हुए हैं। इस अध्यवसाय में उनके विभाग का भी पूरा योगदान है। लेखक उनके इस प्रयत्‍न की भूरि-भूरि प्रशंसा करता है।

(क्रमशः अगले अंकों में जारी…)

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पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi 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रचनाकार: वेद प्रकाश की किताब : हिन्दी कम्प्यूटरी (5)
वेद प्रकाश की किताब : हिन्दी कम्प्यूटरी (5)
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