चित्रमय बाल कविता संग्रह - गुब्बारे जी //हरीश कुमार 'अमित '

SHARE:

गुब्बारेजी हरीश कुमार 'अमित ' बाल कविताएँ (अनुक्रम में नहीं) 1. गुब्बारे जी 2 आम 3. बन्दर जी 4 बन्दर जी की कहानी 5. बन्दर जी की सैर ...

clip_image001

गुब्बारेजी






हरीश कुमार 'अमित '


बाल कविताएँ (अनुक्रम में नहीं)

1. गुब्बारे जी

2 आम

3. बन्दर जी

4 बन्दर जी की कहानी
5. बन्दर जी की सैर
6. मच्छर जी

7. मोनू की माफी

8. माली जी

9. बिल्ली की पिकनिक
10. अफसोस

11. फरमाइश

12 हुई सुबह

13. मेरे मामा

14 चिड़िया

15. मेरी गुड़िया

16 खयाल

17. पापा की दाढ़ी
18. आता अखबार
19. बस्ता

20. चींटी रानी

21. मक्खी

22. बूट

23. गेंद

24 पतंग

25. पंखा

26. कूलर

27. गर्मी के दिन

28. बादल

29. बादल राजा

3०. बरसें बादल

31. बारिश

32. आने वाला कल
33. होली का मौसम
34. दीवाली की रात
35. मजा

36 हवा

37. जाड़ा

38. सर्दी की सुबह
39. सर्दी तूफानी
40. हो गई छुट्‌टियां
41 हाथी जी और चुनाव
42. चुनाव का खर्चा
43. पापा का ऑफिस
44 छोटी मुन्नी


छोटी मुन्नी

clip_image002

छोटी मुन्नी तो बडी शैतान,
काटे है यह सबके कान ।
देख-देख इसकी शरारतें,
हो जाते हम सब हैरान ।
हंसी इसकी लगे बहुत प्यारी,
यह तो हे भोलेपन की खान ।
अच्छी लगती है यह इतनी,
लगता जैसे हो अपनी जान ।
जो भी कह दो, करती झटपट,
लेती है सबका कहना मान ।


चींटी रानी

clip_image003

मेरी सहेली हे चींटी रानी,
इसका तो नहीं कोई सानी ।
हर जगह पर यह मिल जाए,
हो बंगला नया या कोठी पुरानी ।
करती रहती है हरदम काम,
नहीं करे कभी यह आराम ।
जो मिल जाए गुड़-चीनी तो,
कर दे उसका काम तमाम ।


मक्खी

clip_image004

देखो छोटी-सी यह मक्खी,
जिद्‌दी है कैसी यह मक्खी ।
अभी उड़ाया था इसको पर,
फिर से आ बैठी यह मक्खी ।
सारा दिन तो दिखती रहती,
रात में छुप जाती यह मक्खी ।
डरे न हाथी, भालू शेर से पर,
सूंघ फिनाइल भागती यह मक्खी ।


बूट

clip_image005

देखो मेरे प्यारे बूट,
कितने न्यारे-न्यारे बूट ।
पूरा साहब लगता हूँ जब,
पहना हो साथ में सूट ।
रखता हूं-इनको संभाल के,
न जाए कहीं ये टूट ।
या फिर कोई चोर-लुटेरा,
इनको न ले जाए लूट।


बस्ता

clip_image006

कितना भारी है मेरा बस्ता,
कर दे मेरी हालत खस्ता ।
थक जाऊं जब इसको ढोकर,
मुझ पर तब-तब है यह हँसता ।
सुबह-सवेरे आंख खुले तो,
तकता पाऊं इसे अपना रस्ता ।
वैसे वक्त गुजरता झटपट,
इसके संग आहिस्ता-आहिस्ता ।


आता अखबार

clip_image007

सुबह-सुबह आता अखबार,
संग अपने लाता समाचार ।
लगता नया-नया हर दिन,
बताता नई बातें हर बार ।
है अच्छा लगता मुझे बहुत,
मुझको तो हे इससे प्यार ।
आता है यह तो हर रोज,
चाहे छुट्‌टी हो या इतवार ।


गेंद

clip_image008

गेंद मेरी हे प्यारी-प्यारी,
घूमे यह तो क्यारी-क्यारी ।
सुन्दर, रंगभरी हे यह,
जैसे एक परी है यह ।
इससे खेलूं मैं हर दिन,
सूना लगता इसके बिन ।
है न सुन्दर यह कितनी,
लगती बिलकुल मेरी अपनी ।


पतंग

clip_image009

आसमान में उड़ती पतंग,
दिल में अपने भरती उमंग ।
कभी उठे ऊंची, कभी खाए गोते,
अलग-अलग यह दिखाती रंग ।
देखना अरे कट न जाए कहीं,
सीख लो उड़ाने का सही ढंग ।
उड़ती देख इस पतंग प्यारी को,
उठे मन में सबके खुशी की तरंग ।


पापा की दाढ़ी

clip_image010

देखो मेरे पापा की दाढ़ी,
कितनी काली, कितनी गाढी ।
बढ़ जाती है जब-जब यह,
तब-तब जैसे लगती झाडी ।
करते नहीं पापा शेव क्यों,
हैं क्या वे निपट अनाड़ी ?
या फिर कर रहे बचत वे,
लेने को मम्मी की साडी?


खयाल

clip_image011

कभी-कभी आता यह खयाल,
क्यों नहीं होता चंदा लाल ।
क्यों नहीं चढ़ते मेंढक पेडों पर,
क्यों नहीं मलते हर रोज गुलाल ।
क्यों नहीं होती छुट्‌टी हर दिन,
क्यों पूछें टीचर जी सवाल ।
क्यों होते हैं हाथ बस दो,
क्यों आता जन्मदिन हर साल ।


पंखा

clip_image012

फर-फर-फर-फर चलता पंखा,
गर्मी दूर भगाता पंखा ।
आया हो कितना भी पसीना,
पलभर में ही सुखाता पंखा ।
ठंडक देता है यह सबको,
सबको चैन दिलाता पंखा ।
चाहे दौड़ा लो कितना भी,
रहता पर मुस्काता पंखा ।


कूलर

clip_image013

देखो कितना प्यारा कूलर,
कितना न्यारा-न्यारा कूलर ।
हर लेता गर्मी सारी यह,
देता ठंड की धारा कूलर ।
मुझको तो भाता है बहुत,
अपना यह दुलारा कूलर ।
लगे जना-सा परिवार का,
मुझको तो हमारा कूलर ।


मेरी गुड़िया

clip_image014

गुडिया मेरी छैल-छबीली,
सुन्दर-प्यारी रंग-रंगीली ।
पहने है यह जूते काले,
और फ्रॉक एक नीली-नीली ।
यह तो मेरी सहेली है,
वाह, कितनी अलबेली है ।
अब तक न जाने कितना,
मेरे साथ यह खेली है ।
इसके बिन न आए चैन,
चाहूं साथ रहे दिन-रैन ।
सोच यही, गुम हो न जाए,
भर आते हैं मेरे नैन ।


चिड़िया

clip_image015

रोज सवेरे आती चिड़िया,
अपना गान सुनाती चिड़िया ।
चीं-चीं चूं-चूं चीं-चीं करके,
हम सबको है जगाती चिड़िया ।
मम्मी, पापा, टिंकू, गुड्‌डी,
सबके मन को भाती चिड़िया ।
मिल जाए खाने को जब कुछ,
झट से सब चुग जाती चिड़िया ।
तेज धूप जो आ जाए तो,
पंख पसार उड़ जाती चिड़िया ।


गर्मी के दिन

clip_image016

गर्मी के दिन आए रे, हैं गर्मी के दिन,
लू-पसीना लाए रे, हैं गर्मी के दिन,
ठंडा-ठंडा खूब पियो रे, हैं गर्मी के दिन,
आम-खरबूजे खाओ रे, हैं गर्मी के दिन,
धूप में तो न जाओ रे, हैं गर्मी के दिन,
दिन में खूब नहाओ रे, हैं गर्मी के दिन,
नानी के घर जाओ रे, हैं गर्मी के दिन,
मोटे होकर आओ रे, हैं गर्मी के दिन ।


बादल

clip_image017

आसमान में छाएं बादल,
लहर-लहर लहराएं बादल ।
ठडी-ठंडी वर्षा करके,
हम सबको हर्षाएं बादल ।
वैसे तो बरसें हर साल,
कभी-कभी तरसाएं बादल ।
तेज हवा जो आएं सरपट,
संग-संग तब उड़ जाएं बादल ।


मेरे मामा

clip_image018

मटरूमल हैं मेरे मामा,
पहनें वे ढीला-सा पाजामा ।
उनके संग मिलकर हम बच्चे,
खूब करें दिन भर हंगामा ।
सुबह-सवेरे करके कसरत,
समझें वे खुद को तो गामा ।
पर जो गुल हो रात को बत्ती,
डर के चिल्लाए वे-मां! मां! '


हुई सुबह

clip_image019

दिन उगा, हुई सुबह,
सूरज निकला, हुई सुबह ।
चिड़िया चहकी, हुई सुबह,
हवाएं महकीं, हुई सुबह ।
खिले गुलाब, हुई सुबह,
वाह जनाब, हुई सुबह ।
प्यारी-प्यारी हुई सुबह,
न्यारी-न्यारी हुई सुबह ।


बादल राजा

clip_image020

बादल राजा आजा आजा,
आकर सबका मन हर्षा जा ।
हम हैं बहुत गर्मी के सताए,
आके हमारी प्यास बुझा जा ।
बहुत दिन हुए तुझको बरसे,
अब तो थोडा-सा मुस्का जा ।
न बरस चाहे तू झमाझम,
थोड़ी-सी बूंदें तो छलका जा ।


बरसें बादल

clip_image021

छम-छमाछम बरसें बादल,
गड़गड़-गड़गड़ बरसें बादल ।
ठंडी-ठंडी करके वर्षा,
जब जी चाहे बरसें बादल ।
जिस रोज हो स्कूल की छुट्‌टी,
उस दिन गरजे-बरसे बादल ।
पर जब-जब जाना हो स्कूल,
तब ना कभी ये बरसें बादल ।


फ़रमाइश

clip_image022

की फरमाइश चुहिया रानी ने,
चूहे राजा से दिन एक ।
' अजी फिल्म देखे तो हो गए,
हमको महीने-साल अनेक ।' '
बोले चूहे जी झट-से यह,
' 'जी, इतना मत घबराओ ।
अगली तनखाह मिलने तक तो
यूं ही दिल को बहलाओ ।'


अफसोस

clip_image023

स्कूटर लिया हाथी दादा ने
देकर पूरे तीस हजार ।
सूट पहन लगा के टाई
हुए दादा उस पर सवार ।
मारी पहली बार में टक्कर
स्कूटर चलाया खूब ।
टूटा स्कूटर, बोले दादा जी,
''गए तीस हजार डूब !''


बारिश

clip_image024

बारिश आई, ।-- -
पानी लाई,

पेड़ों की हो गई धुलाई ।

मांगते माफ़ी,

गर्मी भागी,

छातों की तो किस्मत जागी ।
नाचते मोर,

मचाए शोर,

अब तो देखो चारों ओर ।
बादल रानी,

बरसाएं पानी

हो गई ऋतु कितनी सुहानी ।


आनेवाला कल

clip_image025

बच्चे होते फूल से कोमल,
दिल के उजले, निर्मल-निर्मल ।
नहीं जानते ये बेईमानी,
नहीं समझते दुनिया के छल ।
मन कभी न भर पाए,
चाहे साथ रहें कितने पल ।
इनका रखें खूब ध्यान हम,
ये ही तो हैं आनेवाला कल ।


बिल्ली की पिकनिक

clip_image026

पहन के सूट, लगा के टाई,
सुबह-सवेरे बिल्ली आई ।
कहा, ' 'जाना है पिकनिक पर,
करो पैक खाना कुछ भाई ।' '
पूछा दुकानदार ने कि मौसी,
भरवां चूहे दूं या फ्राई ।
बोली मौसी,. हो चेंज' कुछ,
करो पैक बस नान-खताई ।''


माली जी

clip_image027

करते हो तुम माली जी,
बागों की रखवाली जी ।
तुमसे ही तो रह पाती,
बागों में हरियाली जी ।
पाकर प्यार तुम्हारा तो,
झूमे डाली-डाली जी ।
हरे-भरे पेड़ों पर गाती,
काली कोयल मतवाली जी ।


होली का मौसम

clip_image028

फिर से होली का मौसम आया,
अपने संग है खुशियां लाया ।
आओ मिलकर खेलें सब होली,
दीपू गौतम, छाया, माया ।
होती देख बरसात रंगों की,
छोटू तो इतना घबराया ।
छुपा रहा वह घर के अन्दर,
लाख बुलाया, पर न आया ।
रंग दो आज सभी को रंग में,
सब हैं अपने, कोई न पराया ।


दीवाली की रात

clip_image029

दीवाली की रात सजी है,
खुशियों की बारात सजी है ।
लगती दुनिया कितनी सुन्दर,
जैसी बनी यह नई-नई है ।
अनार, पटाखे, फुलझड़ियों की,
चारों ओर ही धूम मची है ।
हर तरफ रोशनी के समुन्दर,
अंधेरा दिखता कहीं नहीं है ।


मोनू की माफ़ी

clip_image030

बोले पापा मोनू से, ''भई,
मुझको दे दो टॉफी एक ।
लाकर दिया था न मैंने,
तुमको कितना सुंदर केक ।''
बोला मोनू यूँ कि पापा,
मुझको दे दो माफी ।
ले लो पप्पी चाहे जितनी,
पर दूंगा नहीं मैं टॉफी ।


मच्छर जी

clip_image031

नींद आ रही है मुझको तो,
सोने दो अब मच्छर जी ।
मीठे-प्यारे-से सपनों में मुझे,
खोने दो अब मच्छर जी ।
तुमको तो है काम न कोई,
मुझको जाना है कल स्कूल ।
देर से जो पहुँचा तो डर है,
पड़ न जाएँ टीचर के रूल ।


मज़ा

clip_image032

आज स्कूल में हमको
मजा बहुत ही आया,
दी मैडम ने टॉफी और
चिंटू ने गीत सुनाया ।
सपना ने पैरोडी गाई
मीनू-नीतू ने कब्बाली,
मैं भी डाक बनकर आया,
पहन के वर्दी काली ।


हवा

clip_image033

सन-सन-सन-सन चले हवा,
फर-फर-फर-फर बहे हवा ।
थककर न जाती बैठ कभी,
हरदम चलती रहे हवा ।
अच्छा लगता है न कितना,
धीमे-धीमे जब बहे हवा ।
सदी हो या लू के थपेड़े,
हँस के सब कुछ सहे हवा ।
चलते रहना ही जीवन है,
कभी न रुकना कहे हवा ।


बन्दर जी की सैर

clip_image034

सुबह-सवेरे बन्दर मामा,
निकले करने सैर ।
बाहर जाते ही कीचड़ से
फिसला उनका पैर ।
हूःहू करके बन्दर बोले,
' 'शामत मेरी आई '
कभी सैर न करने की
अब कसम है मैंने खाई ''


बन्दर जी की कहानी

clip_image035

बन्दर जी ने लिखी कहानी,
और छपने को भिजवाई ।
तीस दिनों तक भी जब उसकी,
खबर नहीं मिल पाई ।
फोन किया सम्पादक जी को,
झट बात सारी बतलाई ।
मिला जवाब, ' 'साथ में क्यों न,
दवा सिरदर्द की भिजवाई ?' '


जाड़ा

clip_image036

सीसी-सी ठिठुरता जाड़ा,
हर एक साल ही आता जाडा ।
सांसे जब धुंआ बन निकलें,
गर्मी की याद दिलाता जाडा ।
हम जब कांपें ठंड के मारे
देख हमें मुस्काता जाड़ा!
ओढी जो कम्बल और रजाई,
झट से भाग जाता है जाड़ा ।


सर्दी की सुबह

clip_image037

फिर सुबह सर्दी की आई,
अपने संग कंपकंपी लाई ।
जी न चाहे बाहर निकलना,
छोड़ के गर्मी भरी रजाई ।
स्कूल पहुंचने के चक्कर ने,
हालत पतली कर दी भाई ।
नजर नहीं कुछ आता अब तो,
चारों ओर घुंध ही छाई ।
सूरज भइया, हिम्मत कैसे,
सुबह निकल पाने की पाई ।


बन्दर जी

clip_image038

बन्दर जी, ओ बन्दर जी,
तुम हो कितने सुन्दर जी ।
अभी-अभी तो छत पर थे,
और अबही घर के अन्दरजी ।
खा लेते हो सब कुछ तुम तो,
केला हो या चुकन्दर जी ।
तुम जैसा देखा न कोई,
हमने मस्त कलन्दर जी ।


आम

clip_image039

पीले-पीले और मीठे आम,
हर कोई इन्हें करे सलाम ।
जी ललचाते हैं ये सबका,
हों इनके चाहे कितने दाम ।
मन करता इन्हें खाते जाएं,
और न हो हमको रे काम ।
पढ़ने में अव्वल आए तो,
काश यही मिलें हमें इनाम ।


सर्दी तूफ़ानी

clip_image040

आ गई है सर्दी तूफानी,
याद दिलाए मुझको नानी ।
होश मेरे गुम हो जाते हैं,
जब भी देखूं ठंडा पानी ।
कौन करेगा इस सर्दी में,
बाहर निकलने की नादानी ।
अच्छा लगता है न कितना,
बैठ रजाई में सुनना कहानी ।
पहन लिए मैंने दो-दो स्वेटर,
अब न सताना सर्दी रानी ।


हो गई छुट्टियाँ

clip_image041

करें खेल अब नए-नए,
पढ़ने के दिन गए-गए ।
अब तो हो गई छुट्‌टियाँ,
खाली अब हम भए-भए ।
करो मौज और हल्ला-गुल्ला,
खाओ बर्फी या रसगुल्ला ।
अब हम पर नहीं बंदिश कोई,
पास हमारे वक्त है खुल्ला ।


गुब्बारे जी

clip_image042

ओ मेरे गुब्बारे जी,
सुन्दर-सुन्दर प्यारे जी ।
जी करता है लूँ खरीद,
मैं तो सारे-के-सारे जी ।
हो गई दोस्ती अपनी,
खेलेंगे साथ तुम्हारे जी ।
फूट न जाना जल्दी से,
रहना पास हमारे जी ।


हाथी जी और चुनाव

clip_image043

हाथी जी ने लड़ा चुनाव,
चुनाव चिह्न मिला ऊदबिलाव ।
भागदौड़ की बहुत उन्होंने,
था जीतने का .बडा चाव ।
दिए भाषण, बाँटे कम्बल,
कोई भी न छोड़ा दांव ।
पर थे वे गुस्सैल बहुत,
बात-बात पर खाया ताव ।
इसलिए हुई जमानत जब्त,
जाना तब आटे-दाल का भाव ।


चुनाव का खर्चा

हुई घोषणा जब चुनाव की
भालू जी ने भी भर दिया पर्चा ।
सोचा यह कि जीतें या हारें,
होगी अपने नाम की चर्चा ।
इसी झोंक में करते रहे वे,
बद-बढ़कर खर्चे-पर-खर्चा ।
पर जब मांगा गया हिसाब,
छाई चेहरे पे पसीने की वर्षा ।


पापा का ऑफ़िस

पापा क्या ऑफिस में भी
इक टीचर जी होती हैं?
क्या करवाती हैं पढ़ाई
और होमवर्क भी देती हैं?
होमवर्क न करने पर क्या
पकड़ा करती हैं वे कान?
होता क्या आपका भी पापा
फिर ऑफिस में इम्तहान?

----


सर्वाधिकार : सुरक्षित

प्रकाशक : सन्मार्ग प्रकाशन

16यू.बी., बैग्लो रोड, जवाहर नगर
दिल्ली- 11०००7

संस्करण : 1999

आवरण : जनवाणी ग्राफिक्स, दिल्ली- 11००32
शब्द संयोजक : क्वालिटी प्रिंट, दिल्ली- 11००93
मुद्रक ' : भारती आर्ट प्रिंटर्स, दिल्ली-! 100032n

गुब्बारेजी

हरीश कुमार 'अमित '

सन्मार्ग प्रकाशन, दिल्ली- 11०००7

********.

परिचय

नाम हरीश कुमार ‘अमित’

जन्म 1 मार्च, 1958 को दिल्ली में

शिक्षा बी.कॉम.; एम.ए.(हिन्दी); पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा

प्रकाशन 700 से अधिक रचनाएँ (कहानियाँ, कविताएँ/ग़ज़लें, व्यंग्य, लघुकथाएँ, बाल कहानियाँ/कविताएँ आदि) विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित. एक कविता संग्रह 'अहसासों की परछाइयाँ', एक कहानी संग्रह 'खौलते पानी का भंवर', एक ग़ज़ल संग्रह 'ज़ख़्म दिल के', एक बाल कथा संग्रह 'ईमानदारी का स्वाद', एक विज्ञान उपन्यास 'दिल्ली से प्लूटो' तथा तीन बाल कविता संग्रह 'गुब्बारे जी', 'चाबी वाला बन्दर' व 'मम्मी-पापा की लड़ाई' प्रकाशित. एक कहानी संकलन, चार बाल कथा व दस बाल कविता संकलनों में रचनाएँ संकलित.

प्रसारण - लगभग 200 रचनाओं का आकाशवाणी से प्रसारण. इनमें स्वयं के लिखे दो नाटक तथा विभिन्न उपन्यासों से रुपान्तरित पाँच नाटक भी शामिल.

पुरस्कार-

(क) चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट की बाल-साहित्य लेखक प्रतियोगिता 1994, 2001, 2009 व 2016 में कहानियाँ पुरस्कृत

(ख) 'जाह्नवी-टी.टी.' कहानी प्रतियोगिता, 1996 में कहानी पुरस्कृत

(ग) 'किरचें' नाटक पर साहित्य कला परिषद (दिल्ली) का मोहन राकेश सम्मान 1997 में प्राप्त

(घ) 'केक' कहानी पर किताबघर प्रकाशन का आर्य स्मृति साहित्य सम्मान दिसम्बर 2002 में प्राप्त

(ड.) दिल्ली प्रेस की कहानी प्रतियोगिता 2002 में कहानी पुरस्कृत

(च) 'गुब्बारे जी' बाल कविता संग्रह भारतीय बाल व युवा कल्याण संस्थान, खण्डवा (म.प्र.) द्वारा पुरस्कृत

(छ) 'ईमानदारी का स्वाद' बाल कथा संग्रह की पांडुलिपि पर भारत सरकार का भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पुरस्कार, 2006 प्राप्त

(ज) 'कथादेश' लघुकथा प्रतियोगिता, 2015 में लघुकथा पुरस्कृत

(झ) 'राष्ट्रधर्म' की कहानी-व्यंग्य प्रतियोगिता, 2016 में व्यंग्य पुरस्कृत

(ञ) 'राष्ट्रधर्म' की कहानी प्रतियोगिता, 2017 में कहानी पुरस्कृत

सम्प्रति भारत सरकार में निदेशक के पद से सेवानिवृत्त

पता - 304ए एम.एस.4, केन्द्रीय विहार, सेक्टर 56, गुरूग्राम-122011 (हरियाणा)

ई-मेल harishkumaramit@yahoo.co.in

**********.

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: चित्रमय बाल कविता संग्रह - गुब्बारे जी //हरीश कुमार 'अमित '
चित्रमय बाल कविता संग्रह - गुब्बारे जी //हरीश कुमार 'अमित '
https://lh3.googleusercontent.com/-C1oEQ_OdtOs/Wy49xbuOisI/AAAAAAABC7U/_OMJnGusiJYUrk65wbQRF3z_zHeQAfLNACHMYCw/clip_image001_thumb?imgmax=800
https://lh3.googleusercontent.com/-C1oEQ_OdtOs/Wy49xbuOisI/AAAAAAABC7U/_OMJnGusiJYUrk65wbQRF3z_zHeQAfLNACHMYCw/s72-c/clip_image001_thumb?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2018/06/blog-post_57.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2018/06/blog-post_57.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content