हिंदी में विज्ञान को लेकर पत्रिका 'विज्ञान प्रगति' कई सालों से काफी सज़ग ! ■ डॉ. सदानंद पॉल

SHARE:

विज्ञान पत्रिका : समीक्षा ---------------------------- हिंदी में विज्ञान को लेकर पत्रिका 'विज्ञान प्रगति' कई सालों से काफी सज़ग ! ■ ड...

विज्ञान पत्रिका : समीक्षा
----------------------------

हिंदी में विज्ञान को लेकर पत्रिका 'विज्ञान प्रगति' कई सालों से काफी सज़ग !

■ डॉ. सदानंद पॉल

विज्ञान प्रगति, मार्च 2020 की उपलब्धियां कई हैं, यथा- वन्यजीव संरक्षण के नए आयाम, राजस्थान के शुभंकर जीव, ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में धधकती आग, अंगोरा- ऊन के लिए मासूम खरगोशों पर ज़ुल्म इत्यादि नई जानकारियों के साथ-साथ मेरे मन को व्यथित भी कर गया. इसी व्यथन के प्रसंगश: आज हम पूरी दुनिया में आई विपदाओं से मुँह मोड़ नहीं सकते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ भारत ने भी इसे महामारी और आपदा घोषित किया है. ऐसे में 'विज्ञान प्रगति' के माध्यम से इस महामारी के बारे में और इसके निदानार्थ कवितारूपी विचार प्रकट कर रहा हूँ, जो बिल्कुल सामयिक है और यह कोरोना पर पहली कविता है। इसके साथ ही मेरे द्वारा लिखित 'कोरोना चालीसा' की धूम भी है!
●●
विज्ञान प्रगति, दिसम्बर 2019 में कई प्रकाशित उपलब्धियाँ हैं, जिनमें नोबेल पुरस्कार 2019 के बारे में आमुख कथा है, जिनमें लेखिका ने विज्ञान के क्षेत्र में पुरस्कर्ताओं और उनके अवदानों के बारे में वर्णन की है । काश, वे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री और उनकी पत्नी को मिले अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के बारे में भी जानकारी देते ! विज्ञान प्रगति के इस अंक की दूसरी प्रकाशित उपलब्धि 'भारतीय गणित : इतिहास के झरोखे से' है । कभी विज्ञान प्रगति में मेरे भी दो गणितीय आलेख प्रकाशित हुए हैं, एक-- 'कुछ सोचनीय गणितीय उलझनें' हैं, तो दूजे-- 'वैश्विक गणित में भारतीय गणितज्ञों की स्थिति' नामक आलेख है । मुझे लगता है, दिसम्बर 2019 में प्रकाशित श्री मिलिंद साव के गणितीय आलेख तो मेरे प्रकाशित आलेख की द्वितीय कड़ी है । आलेख में प्राय: बातें पुरानी कही गई है । हाँ, कुछ नवीन जरूर है, परंतु आलेखक ने 'अभाज्य संख्या' को लेकर कई भारतीय गणितज्ञों के अवदानों को नहीं बताए हैं । सम्पूर्ण संसार के गणितज्ञ और थोड़े-बहुत गणित के जानकार भी 'अभाज्य संख्या' व प्राइम नंबर्स ज्ञात करने के नाम से परेशान और आक्रान्त रहा है, इस संख्या से आतंकित रहा है । भारत 'संख्या-सिद्धांत' व नम्बर थ्योरी के मामले में अद्भुत जानकार देश रहा है । वैसे इस दिसम्बर माह की 22 तारीख को महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जन्म-जयंती रही, जिसने 33 वर्षीय अल्प-जीवन में ही 'संख्याओं' पर प्रमेय दिए, जिनके जन्मदिवस पर हमारा देश 'राष्ट्रीय गणित-दिवस' भी मनाता है । इनके नाम पर कई संस्थाएँ और पुरस्कार हैं । परंतु 'अभाज्य-संख्या' पर इनका रिसर्च अधूरा ही रहा था। बाल्यावस्था से मैंने भी संख्या-सिद्धांत पर अनथक कार्य करते आया है । इस हेतु 'सदानंद पॉल की गणित-डायरी' का प्रथम संस्करण मात्र 11 वर्ष की अल्पायु में छपा था, तो द्वितीय संस्करण 1998 में प्रकाशित हुई थी, जिनमें Y2K समस्या के समाधान का भी जिक्र था । पाई का निकटतम मान 22/7 है, किंतु पाई के समानांतर मान 19/6 सहित फ़र्मेट के अंतिम प्रमेय की काट, नॉन कोपरेकर कांस्टेंट यानी यूनिक संख्या 2178 इत्यादि की खोज सहित हजारों प्रमेयों पर अनथक कार्य किया है । एक गणितीय प्रश्नों को ट्रिकी विधि से पहले 1600, फिर 5124 तरीके से बनाने भी शामिल हैं। वहीं अभाज्य संख्या जानने के तरीके पर 10 वर्षों से भी अधिक समयों से शोध-कार्य करते आया है । भारत के अधिकाँश विश्वविद्यालयों में नम्बर थ्योरी के जानकार नहीं हैं और उच्च तकनीक वाले कंप्यूटर बिहार के किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं हैं, अन्यथा परिणाम और भी सटीक आता ! फिर भी मेरी गणित-डायरी गणित के सामान्य से सामान्य विद्यार्थी के हित में है । तभी तो गणितीय विश्लेषण में सम, विषम और अभाज्य संख्यायें प्रमुख भूमिका में होते हैं । ये कहा जाय तो गलत नहीं होगा कि यह तीनो संख्याओं के वजूद पर ही गणित के प्रमेय आधारित हैं, तो जीरो भी खुद में एक संख्या है, इसे आदिसंख्या भी कहा जाता है । वहीं रामानुजन ने 1729 नामक संख्या की खोज कर पूरी दुनिया में छा गए ! शायद अन्य विषयों में कमजोर रहने के कारण रामानुजन मैट्रिक पास भी नहीं कर पाए थे, जबकि आलेखक ने रामानुजन के मैट्रिक पास का जिक्र किये हैं । डॉ. गुणाकर मुले ने इस संबंध में श्रेयस्कर जानकारी दिए हैं । वहीं इस आलेख के लेखक ने यह भी गलत जानकारी दी है कि भास्कराचार्य के बाद से जिस भारतीय गणित का विकास अवरुद्ध हो गया था, उसे श्रीनिवास रामानुजन ने पुन: प्रशस्त कर दिया....; जबकि यह कहना गलत है, क्योंकि सिर्फ़ रामानुजन ने ही नहीं, अपितु हरीश चंद्रा, डी आर कापरेकर से लेकर डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रो. विनयकुमार कंठ, डॉ. बाल गंगाधर प्रसाद, डॉ. के सी सिंहा, प्रो. अजिताभ कौशल इत्यादि ने भी भारत गणितीय अन्वेषण को महत्वपूर्ण जगह पर पहुंचाए हैं । आलेखक मिलिंद जी द्वारा शकुंतला देवी के प्रमेयों, सूत्रों व फॉर्मूलादि का जिक्र भी तो किये जाने चाहिए थे । इसके साथ ही एक आग्रह है कि विज्ञान प्रगति को भारतीयों के प्राथमिक रिसर्च को भी प्रकाशनार्थ जगह देनी चाहिए। इस अंक की सम्पादकीय 'सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत' एक मुहिम है, जिनके लिए  जनसरोकार सहित जनांदोलन की महती आवश्यकता है!
●●
विज्ञान प्रगति, अगस्त 2018 अंक पढ़ा. 'अपनी बात' (सम्पादकीय) से 'रंगों' और उनके इतिहास के बारे में जाना. रंगों के प्रति आकर्षण अनादि काल से है, हम भी स्वयं के बाल्यावस्था से ही फूलों और तितलियों के दीवाने रहे हैं. रंगों के कारण ही विविधरंगी 'बुलबुल' पक्षी सबके आकर्षण के केंद्र में रहा है. प्रकृति से मिले रंगों को लेकर ही बिहार के विश्वप्रसिद्ध 'मधुबनी पेंटिंग्स' की मौलिक अवधारणा तैयार हुई. प्राकृतिक रंगों की सीमित उपलब्धता और ब्रह्मांडीय बिम्बों से निःसृत किरणों की अनुलब्धता के कारण ही कृत्रिम रंगों के निर्मिति के तरीके ढूढ़ें गए. सम्पादकीय से ही जाना कि नील रंग के निर्माण पर ही एडोल्फ फोन को नोबेल पुरस्कार (1905) मिला था, तो सफेद और काला सबसे प्राचीन रंग नहीं है, बल्कि वो तो चटख गुलाबी रंग है, जो एक जीवाश्म से प्राप्त हुई है तथा जिनकी आयु 1.1 अरब वर्ष बताई गई है. इसके साथ ही प्रस्तुतांक की बड़ी उपलब्धि 'जल संरक्षण' पर आलेख है. भारतीय काव्यों में 'बिन पानी सब सून' उल्लिखित है, वहीं वर्षा व अन्य तरीके से प्राप्त जल का संरक्षण पोखर और गड्ढे का होना भी था. तभी तो दिल्ली, मुम्बई, पटना में जल-निकासी नहीं होने का कारण इन पोखरों व गड्ढे को भरकर मकान बनाया जाना भी है. इस अंक में लेखक अतुल अग्रवाल के विशेष लेख 'आतंकवादी दीमक' जहाँ इस कीट के बारे में, इसके पनपने के बारे में, इसके नियंत्रण और नष्ट किए जाने के बारे में सारगर्भित और उपयोगी लेख है. वहीं हल्दी और अमरूद के बारे में हम ग्रामीणों को पहले से ही जानकारी है, किन्तु इस संबंध में कुछ जानकारी अद्भुत है. लेख 'अब गुब्बारों से मिलेगा इंटरनेट' बिल्कुल नवीन और महत्त्वपूर्ण जानकारी लिए है. इस अंक में 'शुक्र ग्रह का तूफान' भी विशद आलेख है, क्योंकि शुक्र का यह तूफान कई रहस्य समेटे हैं. 'विज्ञान प्रगति' को वृहस्पति के तूफानों के बारे में भी अद्यतन जानकारी समेटे आलेख प्रकाशित करनी चाहिए. कुल मिलाकर यह अंक मुझ पाठक को बाँधे रखा।
●●
विज्ञान प्रगति, मई 2018 अंक पढ़ा। लेखिका सुश्री हेमलेट गुरिया का आलेख 'कहानी हावड़ा ब्रिज की' में कोलकाता अवस्थित हावड़ा और सियालदह को जोड़नेवाली 'हावड़ा ब्रिज' व 'रवीन्द्र सेतु' में अनेक ऐसी बिम्बों का वर्णन है, जिसे कम से कम मैं तो नहीं जानता था ! इस ब्रिज ने 3 फरवरी 2018 को निर्माण का 75 साल पूरा किया और जिसे प्रारूप से लेकर आधुनिक रूप तक पाने में लगभग 70 साल लगे, क्योंकि इस ब्रिज का प्रथम बार जमीनी हकीकत से आत्मसात 1874 में पोंटून फ्लोटिंग ब्रिज के रूप में किया गया था । इसे बनाने में  हाई टेनसाइल स्टील का उपयोग किया गया है, जिसे टिस्को ने उपलब्ध कराया था । जो अबतक खराब नहीं हुआ है । 'हावड़ा ब्रिज' शीर्षक से फ़िल्म भी बनी है । तो वहीं इसी अंक में लेखक अभिषेक कुमार सिंह के आलेख 'स्टीफन विलियम हॉकिंग' की प्रस्तुति बहुत सुंदर बन पड़ी है । सत्यश:, बहुचर्चित किताब 'समय का संक्षिप्त इतिहास' के लेखक महान विज्ञानी प्रो0 स्टीफ़न हॉकिंग, जिन्हें 21 की उम्र में डॉक्टरों ने कह दिया था कि वे 22वां जन्मदिन देख नहीं पायेगा, वो शख़्स डॉक्टरों की भविष्यवाणी को धता बता दिया और  दुनिया को 'समय का संक्षिप्त इतिहास' से परिचित कराया । वह इस 'समय' वाली दुनिया को छोड़ अपने जीवन में 55 साल और इजाफ़ा कर 14 मार्च 2018 को 76 वर्ष की आयु में एक ऐसे इतिहास की तरफ निकल गए, जिनकी कल्पना शायद वो 'एलियन' के रूप में भी कर लिया था ! अब भी दुनिया की बेस्ट सेलिंग किताबों में एक 'द ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' (समय का संक्षिप्त इतिहास' को मैंने भी खरीदा और पढ़ा है, जिनमें समय, अंतरिक्ष, दूरी और वेग को उन्होंने बारीकी से समझाया है । अष्टावक्र की भांति उनके भी सभी अंग दिव्यांग थे, किन्तु मस्तिष्क चिरंजीवी थी, यही कारण है हॉकिंग 'अद्भुत व्हील चेयर' पर बैठे -बैठे ही खगोलिकी सार -तत्व को अंतरतम से समझाया । उनसे उन सारे लोगों को सीख जरूर लेना चाहिए, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में मौत को आत्मसात करते -करते बच निकले, परंतु दुनिया को कुछ भी दे नहीं पाए । आज वे इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी खोज मानवों के लिए सर्वोपरि है । हालांकि उन्हें जीते जी खूब सम्मान मिला । काश! उन्हें नोबेल सम्मान से नवाजा जाता ! प्रियजन का सदा के लिए चले जाना अत्यंत मर्मभेदी और दुखदायी होता है । इसी अंक में 'पृथ्वी' के बारे में स्मरणीय जानकारी भी प्रकाशित की गई हैं, जो सर्वोत्तम है, तो 'मोबाइल' के बारे में अनेक ऐतिहासिक तथ्यों से अवगत कराया गया है । इसप्रकार से प्रस्तुत अंक संग्रहणीय बन पड़ा है।
●●
विज्ञान प्रगति, अप्रैल 2018 अंक पढ़ा। सम्पादकीय विचार (अपनी बात) प्रेरक लगा। सत्यश:, बहुचर्चित किताब 'समय का संक्षिप्त इतिहास' के लेखक महान विज्ञानी प्रो0 स्टीवेन व स्टीफ़ेन हॉकिंग, जिन्हें 21 की उम्र में डॉक्टरों ने कह दिया था कि वे 22वां जन्मदिन देख नहीं पायेगा, वो शख़्स डॉक्टरों की भविष्यवाणी को धता बता दिया और  दुनिया को 'समय का संक्षिप्त इतिहास' से परिचित कराया । वह इस 'समय' वाली दुनिया को छोड़ अपने जीवन में 55 साल और इजाफ़ा कर 14 मार्च 2018 को 76 वर्ष की आयु में एक ऐसे इतिहास की तरफ निकल गए, जिनकी कल्पना शायद वो 'एलियन' के रूप में भी कर लिया था ! अब भी दुनिया की बेस्ट सेलिंग किताबों में एक 'द ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' (समय का संक्षिप्त इतिहास' को मैंने भी खरीदा और पढ़ा, किन्तु 10 बार पढ़ने के बाद भी समझ नहीं पाया है, बावजूद समय, अंतरिक्ष, दूरी और वेग को उन्होंने बारीकी से समझाया है । अष्टावक्र की भांति उनके सभी अंग दिव्यांग थे, किन्तु मस्तिष्क चिरंजीवी थी, यही कारण है हॉकिंग 'अद्भुत व्हील चेयर' पर बैठे -बैठे ही खगोलिकी सार -तत्व को अंतरतम से समझाया । उनसे उन सारे लोगों को सीख जरूर लेना चाहिए, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में मौत को आत्मसात करते -करते बच निकले, परंतु दुनिया को कुछ भी दे नहीं पाए । आज वे इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी खोज मानवों के लिए सर्वोपरि है । हालांकि उन्हें जीते जी खूब सम्मान मिला । काश! उन्हें नोबेल सम्मान से नवाजा जाता ! प्रियजन का सदा के लिए चले जाना अत्यंत मर्मभेदी और दुखदायी होता है।
◆◆◆

●लेखक :- डॉ. सदानंद पॉल

●लेखकीय परिचय :-

तीन विषयों में एम.ए., नेट उत्तीर्ण, जे.आर.एफ. (MoC), मानद डॉक्टरेट. 'वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकार्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकार्ड्स होल्डर सहित सर्वाधिक 300+ रिकॉर्ड्स हेतु नाम दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 10,000 से अधिक रचनाएँ और पत्र प्रकाशित. सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में qualify. पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.

●संपर्क :-  s.paul.rtiactivist75@gmail.com

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: हिंदी में विज्ञान को लेकर पत्रिका 'विज्ञान प्रगति' कई सालों से काफी सज़ग ! ■ डॉ. सदानंद पॉल
हिंदी में विज्ञान को लेकर पत्रिका 'विज्ञान प्रगति' कई सालों से काफी सज़ग ! ■ डॉ. सदानंद पॉल
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2020/04/blog-post_926.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2020/04/blog-post_926.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content