"लॉकडाउन से सुधरी आबोहवा" -डॉ दीपक कोहली- कोरोना वायरस से जहां दुनिया में तबाही मची हुई है और इससे संक्...
"लॉकडाउन से सुधरी आबोहवा"
-डॉ दीपक कोहली-
कोरोना वायरस से जहां दुनिया में तबाही मची हुई है और इससे संक्रमित एवं मृत लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। वहीं, इस महामारी की वजह से भारत के लिए एक अच्छी बात भी सामने आ रही है कि कोरोना वायरस से वायु प्रदूषण को भी झटका लग गया है। जी हां, कोरोना वायरस की बीमारी को रोकने के लिए लॉकडाउन का फैसला देश की हवा के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है। आपको बता दें कि, भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन हो चुका है और इससे सभी देशों की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। इस बुरे असर से भारत भी अछूता नहीं रहा है, लेकिन भारत में लॉकडाउन की वजह से वायु प्रदूषण कम होने के कारण नागरिकों की सेहत पर दूरगामी फायदे मिल सकते हैं।
कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन में लोगों का घर से बाहर निकलना बंद हो गया है। इसके अलावा, महामारी के फैलने से डर से अधिकतर देश की सभी फैक्ट्रियां, इंडस्ट्री, कंपनियां सभी बंद है। जिससे सड़कों पर लोगों का आना-जाना और गाड़ियों का चलना भी बंद हो गया है। इन सभी कारणों से देश में होने वाला वायु प्रदूषण का स्तर नाटकीय ढंग से कम हो गया है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से रोजाना देश के सभी राज्यों और बड़े शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स जारी किया जाता है। जिसमें देश के सभी राज्यों और शहरों की वायु गुणवत्ता का स्तर काफी अच्छा है।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार 0-50 का एयर क्वालिटी इंडेक्स सबसे अच्छा होता है, इसके बाद 51-100 सेटिस्फेक्ट्री, 101-200 मध्यम और इसके बाद 201-300 तक खराब, 301-400 तक बेहद खराब और 401-500 तक गंभीर स्तर आता है। अगर लॉकडाउन से पहले यानी 16 मार्च से 24 मार्च का एयर क्वालिटी इंडेक्स देखा जाए, तो दिल्ली का 162, मुंबई का 108, चेन्नई का 67, हैदराबाद का 75, बेंग्लुरु का 85 और कोलकाता का 131 था। लेकिन, लॉकडाउन के बाद यानी 25 से 27 मार्च के बीच देखा जाए तो, तो दिल्ली का 79, मुंबई का 74, चेन्नई का 50, हैदराबाद का 62, बेंग्लुरु का 56 और कोलकाता का 100 रहा। जिससे साफ पता चलता है कि कोरोना वायरस से वायु प्रदूषण को भी करारा नुकसान हुआ है, जो कि देश और प्रकृति के लिए अच्छा है। इसके अलावा, अगर बोर्ड के मुताबिक 29 मार्च की वायु गुणवत्ता का स्तर भी काफी अच्छा रहा। इस दिन शाम को 4 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स, दिल्ली का 62, मुंबई का 71, चेन्नई का 46, हैदराबाद का 79, बेंग्लुरु का 57 और कोलकाता का 102 रहा।
इस इस प्रकार लॉकडाउन से वायु प्रदूषण में काफी हद तक कमी आई है और हमारी आबोहवा साफ-सुथरी हुई है। कोरोना वायरस जैसी महामारी के समय में निश्चित ही यह एक उत्साहवर्धक खबर है। लाकडाउन से सुधरी आबोहवा यही इशारा करती है कि यदि मनुष्य प्रकृति के साथ अनावश्यक छेड़छाड़ ना करे तो प्रकृति में वायु निर्मल, स्वच्छ तथा ऑक्सीजन से भरपूर रहेगी । जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए वाकई लाभप्रद है।
लेखक परिचय
*नाम - डॉ दीपक कोहली
*जन्मतिथि - 17 जून, 1969
*जन्म स्थान- पिथौरागढ़ ( उत्तरांचल )
*प्रारंभिक जीवन तथा शिक्षा - हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट की शिक्षा जी.आई.सी. ,पिथौरागढ़ में हुई।
*स्नातक - राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिथौरागढ़, कुमायूं विश्वविद्यालय, नैनीताल ।
*स्नातकोत्तर ( एम.एससी. वनस्पति विज्ञान)- गोल्ड मेडलिस्ट, बरेली कॉलेज, बरेली, रुहेलखंड विश्वविद्यालय ( उत्तर प्रदेश )
*पीएच.डी. - वनस्पति विज्ञान ( बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश)
*संप्रति - उत्तर प्रदेश सचिवालय, लखनऊ में उप सचिव के पद पर कार्यरत।
*लेखन - विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 1000 से अधिक वैज्ञानिक लेख /शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
*विज्ञान वार्ताएं- आकाशवाणी, लखनऊ से प्रसारित विभिन्न कार्यक्रमों में 50 से अधिक विज्ञान वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं।
*पुरस्कार-
1.केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित 15वें अखिल भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार, 1994
2. विज्ञान परिषद प्रयाग, इलाहाबाद द्वारा उत्कृष्ट विज्ञान लेख का "डॉ .गोरखनाथ विज्ञान पुरस्कार" क्रमशः वर्ष 1997 एवं 2005
3. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ,उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा आयोजित "हिंदी निबंध लेख प्रतियोगिता पुरस्कार", क्रमशः वर्ष 2013, 2014 एवं 2015
4. पर्यावरण भारती, मुरादाबाद द्वारा एनवायरमेंटल जर्नलिज्म अवॉर्ड्, 2014
5. सचिवालय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति, उत्तर प्रदेश ,लखनऊ द्वारा "सचिवालय दर्पण निष्ठा सम्मान", 2015
6. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा "साहित्य गौरव पुरस्कार", 2016
7.राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ,उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा "तुलसी साहित्य सम्मान", 2016
8. पर्यावरण भारती, मुरादाबाद द्वारा "सोशल एनवायरमेंट अवॉर्ड", 2017
9. पर्यावरण भारती ,मुरादाबाद द्वारा "पर्यावरण रत्न सम्मान", 2018
10. अखिल भारती काव्य कथा एवं कला परिषद, इंदौर ,मध्य प्रदेश द्वारा "विज्ञान साहित्य रत्न पुरस्कार",2018
11. पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा वृक्षारोपण महाकुंभ में सराहनीय योगदान हेतु प्रशस्ति पत्र / पुरस्कार, 2019
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डॉ दीपक कोहली, पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश शासन,5/104, विपुल खंड, गोमती नगर लखनऊ - 226010 (उत्तर प्रदेश )
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