अशोक गौतम का व्यंग्य : प्लीज हेल्प मी इंद्र!!

SHARE:

हे मेरे देश के आदरणीय अखबार वालों! आप रोज -रोज अखबार में मानसून के आने की खबरें छाप -छाप कर क्यों मेरे दिल को कमजोर करने पर तुले हो ? ए...

ashok gautam

हे मेरे देश के आदरणीय अखबार वालों! आप रोज -रोज अखबार में मानसून के आने की खबरें छाप -छाप कर क्यों मेरे दिल को कमजोर करने पर तुले हो? एक तो मैं पहले ही दिल का मरीज हूं। अगर कहीं आपके कारण मैं परलोक सिधार गया तो लोक निर्माण विभाग एक ईमानदारी से खिलाने वाले ठेकेदार से वंचित हो जाएगा। माना आप के अखबार में छपी मानसून की खबर को देख रोता किसान दो पल के लिए हंसने की कोशिश कर लेता है। उसकी सूखती खेती आपके अखबार में मानसून के आने की खबर देख दो दिन और गर्मी के प्रकोप को सहन करने का साहस बटोर लेती है। जो किसान बैंकों में अगूंठे लगा- लगा अपना अंगूठा घिसा चुका है वह भी अखबार को उल्टा- सीधा बिछा मानसून की खबर पर हाथ फेर साहूकार को घूरने लग जाता है। माना आपके अखबार में मानसून के आने की खबर को पढ़ बच्चा दौड़ता -दौड़ता सूखे तालाब में जी भर नहा लेता है। माना आपके अखबार की मानसूनी खबर को पढ़ संसद के मेंढक महंगाई की कमर टूटने की टर्र- टर्र करने लग जाते हैं। माना आपके अखबार के आसरे गर्मी से पसीना- पसीना हुआ महीनों से बिजली का कट झेल रहा बंदा सावन की फुहारों का आनंद अखबार से हवा करते हुए महसूसने लग जाता है। सच है, आपके अखबार में छपी खबरें भूखे को चार दिन और मरने नहीं देतीं। इधर देश में आज आम आदमी रोटी के सहारे कम अखबार के आसरे अधिक जी रहा है। अगर आप अपने अखबारों में राशन- आश्वासन नहीं छापते तो सच कहूं आज को आधे से ज्यादा पाठक वर्ग खत्म हो चुका होता। देश की जनता को बचाए रखने में आपका सरकार से अधिक योगदान है। भगवान करे आपके अखबार का धंधा और फले- फूले।

पर सच यह है कि इधर सरकार महंगाई से जान लेने पर उतारु है तो उधर आप मानसून के आने की मानसून से विकराल खबरें छाप कर मुझ जैसों की जान के दुश्मन बन बैठे हो। सच कहता हूं , इन तपते महीनों एक तो वैसे ही गर्मी से पसीना- पसीना हुआ रहता हूं ,ऊपर से आपकी दिल को तोड़ने वाली मानसूनी खबरें! क्या आपके पास आजकल मानसून की खबरों को छापने के सिवाय और कुछ छापने को नहीं बचा है? माना, आप खबरों की बारिश से ही पाठकों को तर करने का हुनर जानते हो। अभी बारिश की बूंदें आसमान से चलने की तैयारी कर ही रही होती हैं कि आपके मौजी पत्रकार उनके आने की सूचना से पूरे अखबार को भिगो देते हैं, और वे फिसलने के डर से वापस आसमान में जा छिपती हैं।

आप सब मेरे इस बकने के बाद सोच रहे होंगे कि मैं राष्ट्र विरोधी हूं, कि मैं समाज विरोधी हूं, कि मैं सरकार विरोधी हूं, कि मैं कालाबाजारी का पक्षधर हूं, कि मैं सूखे के साथ मिला हुआ हूं, कि मैं..... और भी न जाने क्या- क्या! बैठे ठाले सोचते रहने में किसी का जाता भी क्या है? पर सच कहूं तो मैं न तो मन से मानसून का जानी दुश्मन हूं उन पर्यावरण प्रेमियों की तरह जो पर्यावरण की समस्या को लेकर घंटों फाइव स्टार होटलों में एसी हाल में बैठे बिजली का, पर्यावरण का क्षय करते रहते हैं और गहन चिंता में डूबने का नाटक कर बार- बार शौचालय जा पानी का दुरुपयोग करते हैं। अरे साहब, पर्यावरण संरक्षण के लिए चिंता की नहीं चितंन की जरूरत है। फाइव स्टार होटलों की नहीं, खुले मैदानों, पहाड़ों पर जाने की जरूरत है। चिंता करने से , नारे बनाने से, हल्ला पाने से अगर समस्या का समाधान होता हो तो देश में आज को एक भी समस्या न होती।

अरे साहब, मैं ठहरा पीडब्लूडी का ठेकेदार! पेट पालने के लिए ही ये स्वांग धरना पड़ा। क्या है न कि बचपन से अपने पडोस में एक ठेकेदार को देख मेरा बचपन से बस एक शौक था कि मैं पढ़ूं या न पढ़ूं पर ठेकेदार जरूर बनूं । क्या मजे थे साहब उनके। मेरे पढ़े- लिखे बाप के पास ठीक- ठीक सरकारी नौकरी होने के बाद भी कबाड़ी के जोड़े लत्ते। और वे थे कि अनपढ़ होने के साथ-साथ दो- दो गाड़ियों के मालिक। मेरी मां थी कि दरवाजे पर आए भिखारी को पचास पैसे भी मन मसोसते हुए देती । और वे जिस दिन दस- पंद्रह आला अधिकारियों को भर पेट खिला-पिला मन माफिक दक्षिणा ने दे लेते, मुंह में कौर भी न डालते।

और जैसे- कैसे मैं ठेकेदार हो गया। लगा ज्यों पांचों उंगलियां घी में और सिर कड़ाही में हो। पर लोक निर्माण से पहले उनका निर्माण!! फिर अपना तो करना ही था! साहब दूर के ढोल सुहावने होते हैं। दो दिन बाद ही पता चल गया। सरकारी भवन बनाने का ठेका बाद में मिला, खाने वाले पहले मिल गए। इसका चार परसेंट, उसका आठ परसेंट, इसके घर का इसी ठेके में से छत बनवाओ तो उसका गुसलखाना। पार्टी फंड जुदा। इनकी बेटी की शादी है तो बाप से अधिक चिंता उसूलन ठेकेदार को होनी चाहिए। होनी क्या चाहिए? करते हैं साहब! अपने बच्चों से पहले उनके बच्चे हैं। उनके बेटे की फीस जानी है। साहब! वे साहब हैं न! ठेकेदार किसलिए है? देख लो, कमीशन ऊपर तक जानी है। देंगे साहब, देंगे। ओखली में सिर दिया है तो मूसल भी मरने तक सहर्ष झेलेंगे । हम मना कब करते हैं? आप कहो तो भगवान को भी कमीशन दे दें। सड़क जाए भाड़ में, भवन गिरता हो तो गिरता रहे। डंगे तो हम देते ही गर्मियों के लिए हैं। पुल शरम के मारे आत्महत्या कर जाए तो कर जाए। हम नहीं आत्महत्या करेंगे साहब! रेत पर कौन सा देश खड़ा हुआ है? पर हमारे पास ये हुनर है। और ये सब सीना चैड़ा कर कर रहे हैं।

हे इंद्र! अखबार वाले जो छापते हैं छापने दो! उनके छापने से मानसून तो क्या नल में पानी भी नहीं आने वाला। मानसून तो तब ही आएगा जब आप चाहोगे! अतः आपसे एक ईमानदार ठेकेदार का निवेदन है कि कल ही मैंने दो करोड़ के सरकारी भवन का काम जैसे कैसे पूरा किया है। वे जान कर भी अंजाने हैं । सब देखने की शक्ति होते हुए भी काने हैं। पर मैं जानता हूं, भवन हवा के तेज झौंके से भी हिल सकता है। उस पर जो पानी की टंकियां रखी हैं अगर वे टपकने लग जाएं तो उनसे भी गिर सकता है। बस, एक करबद्ध प्रार्थना है आपसे कि उद्घाटन वाले दिन तक बरसात मत करना इंद्र। बस, इधर उद्घाटन हुआ उधर आप जो चाहे करना। इस देश के नव निर्माण का संकल्प लिए खाने वाले हम जैसों के आप ही तारण हार हो ! आपके आते ही हम सबके सारे पाप धुल जाते हैं और खाने के बीसियों आगे के द्वार सहज ही खुल जाते हैं। प्लीज इंद्र! उद्घाटन तक कृपा बनाए रखना।

अशोक गौतम

गौतम निवास अप्पर सेरी रोड, नजदीक मेन वाटर टैंक, सोलन-173212 हि.प्र.

COMMENTS

BLOGGER: 2
रचनाओं पर आपकी बेबाक समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.

स्पैम टिप्पणियों (वायरस डाउनलोडर युक्त कड़ियों वाले) की रोकथाम हेतु टिप्पणियों का मॉडरेशन लागू है. अतः आपकी टिप्पणियों को यहाँ प्रकट होने में कुछ समय लग सकता है.

नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: अशोक गौतम का व्यंग्य : प्लीज हेल्प मी इंद्र!!
अशोक गौतम का व्यंग्य : प्लीज हेल्प मी इंद्र!!
http://lh5.ggpht.com/_t-eJZb6SGWU/TCN0dZXY2ZI/AAAAAAAAIjQ/4-qBYxrgVXk/ashok%20gautam_thumb.jpg?imgmax=800
http://lh5.ggpht.com/_t-eJZb6SGWU/TCN0dZXY2ZI/AAAAAAAAIjQ/4-qBYxrgVXk/s72-c/ashok%20gautam_thumb.jpg?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2010/06/blog-post_1671.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2010/06/blog-post_1671.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content