कैस जौनपुरी का धारावाहिक - 21 वीं कड़ी - आओ कहें... दिल की बात : मैं एक औरत हूँ...

SHARE:

पिछली कड़ियाँ    - एक , दो , तीन , चार , पांच , छः , सात , आठ , नौ , दस , ग्यारह , बारह , तेरह , चौदह , पंद्रह , 16 , 17 , 18, . 19 , 2...

पिछली कड़ियाँ    - एक , दो , तीन, चार, पांच, छः , सात, आठ, नौ, दस, ग्यारह, बारह , तेरह, चौदह, पंद्रह, 16, 17, 18, . 19, 20
clip_image002[4]

आओ कहें...दिल की बात
कैस जौनपुरी

 

मैं एक औरत हूँ

मैं एक औरत हूँ. बचपन में सबकी गोद में रहती थी. “घर में लक्ष्मी आई है” ये कहके सब खुद को तसल्ली देते थे. हकीकत तो ये है कि “अब इसकी शादी के लिये लक्ष्मी का इन्तजाम करना पड़ेगा” ऐसा सबके मन में रहता था. मैं लड़की थी इसलिये उतनी मायने नहीं रखती थी. भाई को ज्यादा प्यार मिलता था. मेरे बाद पैदा हुआ था. घर का चिराग था वो. और मैं एक पराया धन. जिसे शादी की उमर तक हिफ़ाजत से रखना था. और धन के साथ विदा करना था.

किशोरावस्था में पहुँची तो किसी की गन्दी नजर मुझपे पड़ी और मैं उसका शिकार बन गयी. इस तरह से पहली बार मेरा बलात्कार हुआ. लड़की की इज्जत उछालने से और खराब होती है इसलिये बात दबा दी गयी. थोड़ा बहुत हो-हल्ला हुआ मगर उससे क्या फ़रक पड़ता है. मेरा जो नुकसान हुआ था उसकी भरपाई तो किसी भी तरह से मुमकिन नहीं थी.

थोड़ी और बड़ी हुई तो माँ ने उठना-बैठना सिखाना शुरु कर दिया. अब सबकी नजरों से बचाकर रखती थी मुझे. मगर ऐसा कैसे हो सकता था. लोगों की नजर तो पड़ ही जाती है. किसी की नजर फ़िर मुझपे पड़ी. इस बार नजर प्यार भरी थी. इस बार मुझे भी उससे प्यार हो गया. अच्छा लड़का था. अपने अतीत को भूलकर जीना चाहती थी मैं उसके साथ. क्यूँकि उसे मेरे अतीत से कोई लेना-देना नहीं था.

कहते हैं प्यार छुपाये नहीं छुपता. इसलिये मेरा प्यार भी उजागर हो गया. सबकी बातें सुननी पड़ीं. किसी गुनहगार की तरह. मैं तब सोच रही थी “मैंने ऐसा क्या गलत किया है जो सब इतना कुछ सुना रहे हैं? क्या मुझे इतना भी हक नहीं कि अपनी जिन्दगी का हमसफ़र खुद तय कर सकूँ? फ़िर मुझे किसी ने कहा “तू पराया धन है. किसी और के घर की इज्जत बनेगी तू. इस तरह करेगी तो बदनाम हो जायेगी. फ़िर कौन करेगा तुझसे शादी?”

मैं हैरान इस बात पे थी कि “कौन किसकी इज्जत की बात कर रहा है? और क्यूँ कर रहा है? जब मेरी इज्जत लूट ली गयी तब तो किसी ने कुछ नहीं किया. आज जब मैं अपनी जिन्दगी खुद जीना चाहती हूँ तो मेरी जिन्दगी के इतने मालिक कहाँ से आ गये? और ये क्या बकवास कर रहे हैं कि कोई मुझसे शादी नहीं करेगा. क्या जिससे मेरी शादी होगी उसको पता है कि उनके घर की इज्जत पे दाग लग चुका है? क्या ये लोग उस इज्जतदार आदमी के साथ धोखा नहीं करेंगे? और जबकि मैं जिससे प्यार करती हूँ वो मुझे बाइज्जत अपनाने को तैयार है तब इन्हीं लोगों को क्या तकलीफ़ है? क्या इस बात की कि मैं अपनी मर्जी चला रही हूँ या इस बात की कि मैं उनकी बात नहीं मान रही. चाहे जो भी हो मगर मेरे साथ नाइन्साफ़ी हो रही थी.

लेकिन फ़िर भी कुर्बानी मुझे ही देनी थी क्यूँकि मैं एक लड़की थी. शादी से पहले प्यार पाप माना जाता था हमारे यहाँ. और इससे पहले जो पाप मेरे साथ हुआ उसका किसी ने कुछ नहीं किया. कोई करता भी क्या? औरत तो बनी ही है भोगने के लिये. कोई प्यार से पा लेता है तो कोई अधिकार से. और जिसके पास ये दोनों बातें नहीं होतीं वो बलात्कार से पा लेता है. लेकिन मिलती सबको एक औरत ही है. एक औरत जिससे कभी कोई ये नहीं पूछता कि “हे औरत, मुझे बता तू क्या चाहती है?” औरत किसी से कुछ नहीं चाह सकती मगर औरत से सब कुछ न कुछ जरुर चाहते हैं. बेटी थी तब सब्र चाहिये था. बहन थी तब शराफ़त चाहिये थी. प्रेमिका बनी तब कुर्बानी चाहिये थी. मैंने सब दिया. क्यूँकि मैं एक औरत थी. मेरा धर्म है देना और कुछ न चाहना.

फ़िर माँ-बाप की मर्जी से किसी और से मेरी शादी हो गयी. सबकी खुशी के लिये मुझे खुश रहना था क्यूँकि मैं एक लड़की से अब एक औरत बन चुकी थी. पति भी जैसे सबको मिलते हैं मुझे भी मिल गया. कुछ साल बाद अपनी माँ की तरह मैं भी माँ बन गयी. मैं पैदा हुए बच्चे को सम्भालने लगी. पति खुद को सम्भालने के लिये किसी और का मुँह देखने लगा. क्यूँकि मेरा ज्यादातर वक्त बच्चे को सम्भालने में निकल जाता था. और भी बहुत सारे काम होते हैं जो एक माँ को करने पड़ते हैं.

बच्चा पेशाब करता है तब माँ को ही बिस्तर बदलना पड़ता है. गीला बिस्तर पति को नहीं भाता था. बच्चे को गोद में लिये मैं भी गीली हो जाती थी इसलिये मैं भी पति को नहीं भाती थी अब. बच्चा बीमार हो जाये तब तो आफ़त ही है. बच्चे के साथ-साथ माँ भी बीमार हो जाती है. और बीमार के पास भला कौन आना चाहता है?

मेरा ज्यादातर वक्त अब बच्चे के साथ बीतने लगा था. पति अपनी दुनिया में मस्त. बेटा बड़ा होने लगा. और एक दिन इतना बड़ा हो गया कि अब उसे भी मैं बेकार लगने लगी थी. मेरा खयाल रखना उसे अब खलने लगा था. अब मेरा बेटा बड़ा जो हो गया था. और मेरा बेटा अब मेरे हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा था.

कुछ दिन बाद मेरे बेटे की भी शादी हो गई. मेरी बहु बहुत सुन्दर थी. मैं खुश थी कि “चलो मेरे अकेलेपन में मेरी बहु मेरा साथ देगी” मगर ऐसा भी न हुआ. बहु बेटे की थी मेरी नहीं. और मेरा दखल उसे भी अच्छा नहीं लगता था. उन दोनों के लिये अब मैं बूढ़ी हो चुकी थी.

पति ने तब तक काफ़ी दुनिया देख ली थी और अब मैं अकेली अपने पति के अकेलेपन का सहारा थी. इसलिये मुझे अभी और जीना था. अपने पति के लिये. अपने बच्चे के लिये. उसके होने वाले बच्चे के लिये.

कुछ दिन बाद मैं दादी बन गई. तब घर में मेरी भी जरुरत महसूस की जाने लगी. मेरी भी अहमियत महसूस की जाने लगी. क्यूँकि तब मैं बच्चे को सम्भालने वाली दाई जो बन चुकी थी. खैर, मेरा पोता मेरे बेटे का बेटा था इसलिये मुझे प्यारा था.

अब मेरा काफ़ी वक्त अपने पोते के साथ बीतने लगा. मेरे साथ-साथ बूढ़े हो रहे मेरे पति को फ़िर अकेलापन महसूस होने लगा. मगर यहाँ भी समझना मुझे ही पड़ता था. मेरे पति ने जो कुछ किया उसका पछ्तावा उन्हें बहुत था. मगर माफ़ी माँग लेने से गुनाह कम नहीं हो जाता इसलिये उन्होनें माफ़ी नहीं माँगी. मुझे इसकी कोई जरुरत भी नहीं थी. लेकिन मेरे पति ने अब दुनिया से जाना ही ठीक समझा.

अब मैं एक बार फ़िर बेसहारा हो गई थी. लेकिन मेरे बेटे का घर था इसलिये रहने की तकलीफ़ नहीं थी. सर पे छत हो तो आदमी बारिश से बच जाता है लेकिन अकेला मन जब रोता है तब बड़ा सा घर भी आँसूओं से भर जाता है.

किसी तरह ये दिन भी बीत गये. मेरा पोता अब बड़ा हो गया था. वो मुझे बहुत मानता था. शायद मेरे बेटे ने जो कमी की थी अब मेरा पोता उसे पूरा कर रहा था. मैं खुश थी मेरा पोता खुश था. बाकी घर में कोई और खुश नहीं था. मुझे कहा गया “आपने सर पे चढ़ा रखा है इसे. आपकी जिन्दगी तो बीत गई. अब इसे तो खराब मत कीजिये. ये मेरा बेटा है. मैं जानती हूँ इसका अच्छा-बुरा.”

बहु की बात भी सही थी. अब तो बेटा बड़ा हो गया था. अब मेरी क्या जरुरत थी. मैं जिन्दा थी ये मेरी समस्या थी, किसी और की नहीं.

आज मैं भी इस दुनिया से विदा ले रही हूँ. एक औरत की जिन्दगी पूरी हुई. एक औरत एक औरत बनके रही. सबकुछ सहा. कभी कुछ नहीं कहा. सबकी सुनी. उसकी किसी ने न सुनी. औरत जिसका धर्म है चुप रहना और सब कुछ सहना. मैं ऐसी ही एक औरत हूँ.

*****************

कैस जौनपुरी

qaisjaunpuri@gmail.com

www.qaisjaunpuri.com

9004781786, 7738250270

COMMENTS

BLOGGER: 1
रचनाओं पर आपकी बेबाक समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.

स्पैम टिप्पणियों (वायरस डाउनलोडर युक्त कड़ियों वाले) की रोकथाम हेतु टिप्पणियों का मॉडरेशन लागू है. अतः आपकी टिप्पणियों को यहाँ प्रकट होने में कुछ समय लग सकता है.

नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: कैस जौनपुरी का धारावाहिक - 21 वीं कड़ी - आओ कहें... दिल की बात : मैं एक औरत हूँ...
कैस जौनपुरी का धारावाहिक - 21 वीं कड़ी - आओ कहें... दिल की बात : मैं एक औरत हूँ...
http://lh3.ggpht.com/-lfyFV9y7STQ/Tu7RlHGM6kI/AAAAAAAAK-4/K7ZTV66mWxI/clip_image002%25255B4%25255D%25255B2%25255D.jpg?imgmax=800
http://lh3.ggpht.com/-lfyFV9y7STQ/Tu7RlHGM6kI/AAAAAAAAK-4/K7ZTV66mWxI/s72-c/clip_image002%25255B4%25255D%25255B2%25255D.jpg?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2012/02/20_13.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2012/02/20_13.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content